भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अभियान को तगड़ा झटका लगा है. उसका अर्थ ऑब्जर्वेशन सेटेलाइट (EOS-09) मिशन नाकाम हो गया है. इसरो के प्रमुख वी नारायणन ने लॉन्चिंग के बाद जानकारी देते हुए बताया कि EOS-09 मिशन अपने मकसद में फेल हो गया. हम इसकी जांच कर रहे हैं और खामियों को लेकर पूरा विश्लेषण करने के बाद इसके बारे में जानकारी देंगे.
आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में PSLV-C61 की लॉन्चिंग पर इसरो प्रमुख वी नारायणन ने कहा, “यह मिशन अपने तीसरे चरण के दौरान नाकाम हो गया. हम इस पर अवलोकन देख रहे हैं और मिशन पूरा नहीं हो पाया है. आकलन करने के बाद हम वापस आएंगे.” उन्होंने कहा कि इसरो का बेहद खास पीएसएलवी 4 स्टेज रॉकेट है और पहले लॉन्चिंग के दौरान शुरुआती 2 चरण सामान्य थे.
ISRO tweets, "Today 101st launch was attempted, PSLV-C61 performance was normal till 2nd stage. Due to an observation in 3rd stage, the mission could not be accomplished." pic.twitter.com/AREwHtmyp8
— ANI (@ANI) May 18, 2025
इसरो का 101वां मिशन
लॉन्चिंग के दौरान अपने संक्षिप्त संबोधन में नारायणन ने कहा, “EOS-09, साल 2022 में लॉन्च किए जाने वाले EOS-04 के समान ही एक रिपीट सैटेलाइट है, जिसे ऑपरेशनल एप्लीकेशंस में लगे उपयोगकर्ता समुदाय के लिए रिमोट सेंसिंग डेटा सुनिश्चित करने और ऑब्जरवेशन की फ्रीक्वेंसी में सुधार करने के मकसद से डिजाइन किया गया है.”
#WATCH | Sriharikota, Andhra Pradesh | On the launch of PSLV-C61, ISRO Chief V Narayanan says, "…During the functioning of the third stage, we are seeing an observation and the mission could not be accomplished. After analysis, we shall come back…"
— ANI (@ANI) May 18, 2025
(Source: ISRO YouTube) pic.twitter.com/XvPpo7dfbn
इससे पहले पोलर सेटेलाइट लॉन्च व्हिकल (पीएसएलवी) रॉकेट के जरिए EOS-09 की लॉन्चिंग की 22 घंटे की उलटी गिनती शनिवार को श्रीहरिकोटा से शुरू की गई थी. पीएसएलवी-सी61 की लॉन्चिंग आज रविवार सुबह 5 बजकर 59 मिनट पर श्रीहरिकोटा स्थित अंतरिक्ष केंद्र के फर्स्ट लॉन्च पैड से होना था. आर यह तय समय लॉन्च भी किया गया. यह अंतरिक्ष एजेंसी इसरो का यह 101वां मिशन था.
#WATCH | Indian Space Research Organisation (ISRO) launches PSLV-C61, which carries the EOS-09 (Earth Observation Satellite-09) into a SSPO orbit, from Sriharikota, Andhra Pradesh.
— ANI (@ANI) May 18, 2025
EOS-09 is a repeat satellite of EOS-04, designed with the mission objective to ensure remote… pic.twitter.com/4HVMZzXhP0
पीएसएलवी अपने 63वें मिशन के तहत अर्थ ऑब्जर्वेशन सेटेलाइट (EOS-09) को लेकर गया था. EOS-09 सभी मौसम परिस्थितियों में पृथ्वी की सतह की हाई क्वालिटी वाली तस्वीरें लेने में सक्षम है. सेटेलाइट द्वारा लगातार 24 घंटे खींची जाने वाली तस्वीरें कृषि, वानिकी निगरानी, आपदा प्रबंधन, शहरी नियोजन और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे प्रयोगों के लिहाज से बेहद अहम है.
EOS-09 का वजन करीब 1700 kg
EOS-09 करीब 1,696.24 किलोग्राम वजन का है. अगर यह मिशन कामयाब हो जाता तो यह अर्थ ऑब्जर्वेशन सेटेलाइट के ग्रुप में शामिल हो जाता. इस मिशन का मकसद देशभर में विस्तारित तात्कालिक समय पर होने वाली घटनाओं की जानकारी जुटाने की जरुरतों को पूरा करना था.
पीएसएलवी-सी61 रॉकेट 17 मिनट की यात्रा के बाद EOS-09 सेटेलाइट को Sun Synchronous Polar Orbit (SSPO) में स्थापित कर सकता है. अगर इसकी सफल लॉन्चिंग हो जाती तो EOS-09 5 साल के लिए काम करता.