रायपुर। छत्तीसगढ़ में स्टील मग खरीदने का एक मामला गरमा रहा है। दरअसल, कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि राज्य की बलौदा बाजार के आदिवासी छात्रावास में 52 लाख रुपये में स्टील के 160 जग खरीदे गए। यानी कि एक जग 32,500 रुपये में खरीदा गया। हालांकि, विवाद बढ़ने पर आदिवासी विकास विभाग ने अपनी प्रतिक्रिया दी है और इस आरोप को भ्रामक बताया है।
ये है पूरा मामला
दरअसल, छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर किया था। इस पोस्ट में बलौदाबाजार आदिवासी छात्रावास द्वारा जग खरीदने का बिल था। इसे शेयर करते हुए दीपक बैज ने कहा कि, एक जग की कीमत 32,000 रुपये। चौंकिए मत, बीजेपी सरकार में सब संभव है।आदिवासी बच्चों के हॉस्टल के लिए खरीदे जाने वाले सामानों के फंड पर भी लगा ग्रहण। जेम पोर्टल से एक जग खरीदा गया, 1 जग 32,000 रुपये का। कुल 160 जग की कीमत 51 लाख रुपये।
दीपक बैज ने इस मामले में जांच की मांग करते हुए कहा,पूरे प्रदेश के छात्रावासों में हुई खरीदी की अच्छी तरह जांच होनी चाहिए। आदिवासी बच्चों के हक-अधिकार पर ग्रहण लगाने वाले सभी लोगों को सजा मिलनी चाहिए।
एक जग की क़ीमत ₹32,000
— Deepak Baij (@DeepakBaijINC) July 15, 2025
चौंकिए मत, विष्णुदेव की सरकार में सब संभव है।
आदिवासी बच्चों के हॉस्टल के लिए ख़रीदे जाने वाले सामानों के फंड पर भी लगा ग्रहण।
जेम पोर्टल से एक जग ख़रीदा गया — 1 जग ₹32,000 का!
कुल 160 नग जग की क़ीमत ₹51 लाख।
शर्मनाक। pic.twitter.com/MxcuujSSKy
विभागीय अधिकारी ने सफाई में कही ये बात
छत्तीसगढ़ आदिवासी विकास विभाग ने इस मामले पर जवाब देते हुए कहा इस मामले में किसी जांच की जरूरत नहीं है, क्योंकि ऐसी कोई खरीददारी हुई ही नहीं है। जो तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही हैं, वो प्रस्ताव मात्र के दस्तावेज हैं। फरवरी महीने में तत्कालीन सहायक आयुक्त संजय कुर्रे ने 160 स्टील जग की खरीदी का प्रस्ताव भेजा गया था।
जांच के दौरान पाया गया कि प्रस्तावित रेट काफी ज्यादा था, इसलिए तुरंत ही इसे निरस्त कर दिया गया। वर्तमान सहायक आयुक्त सूरजदास मानिकपुरी ने स्पष्ट कहा है कि इस प्रस्ताव के आधार पर कोई ऑर्डर जारी नहीं हुआ। किसी भी प्रकार की सप्लाई या भुगतान की प्रक्रिया नहीं हुई।