Holi 2025: महाकाल संग नहीं खेल पाएंगे होली, मंदिर में रंग-गुलाल उड़ाने पर प्रतिबंध; सिर्फ इन्हें मिलेगा चांस

Holi 2025: महाकाल संग नहीं खेल पाएंगे होली, मंदिर में रंग-गुलाल उड़ाने पर प्रतिबंध; सिर्फ इन्हें मिलेगा चांस

Holi 2025: उज्जैन महाकाल मंदिर प्रशासन ने इस बार होली पर रंग और गुलाल ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में केवल 100 ग्राम गुलाल ही पुजारी को बाबा महाकाल के साथ होली खेलने के लिए अनुमति दी जाएगी। श्रद्धालुओं और पंडे-पुजारियों को रंग और गुलाल मंदिर में ले जाने की अनुमति नहीं होगी। पिछले साल होली पर्व के दौरान महाकालेश्वर मंदिर के गर्भ गृह में आगजनी की एक घटना हुई थी, जिसने प्रशासन को सतर्क कर दिया है। जांच में यह सामने आया था कि गुलाल में केमिकल होने के कारण आग लगी थी। इसी के चलते महाकाल मंदिर समिति ने इस साल श्रद्धालुओं और पुजारी परिवार पर गुलाल ले जाने पर प्रतिबंध लगाया है।

केमिकल गुलाल से लगी थी आग
इस बार पंडे-पुजारियों और श्रद्धालुओं को मंदिर में रंग और गुलाल नहीं लाने की अनुमति होगी। केवल मंदिर समिति द्वारा प्रदान की गई सीमित मात्रा के गुलाल से ही होली का पर्व मनाया जाएगा। जिला कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि पिछले साल बाबा महाकाल के गर्भगृह में केमिकल वाले गुलाल के सिलेंडर से आग लगने की घटना में 14 लोग घायल हुए थे, और एक सेवक की मृत्यु हो गई थी।

इस घटना से सीख लेते हुए, इस बार निर्णय लिया गया है कि होली पर्व पर रंग और गुलाल पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेंगे। श्रद्धालुओं को रंग और गुलाल का प्रवेश नहीं दिया जाएगा। केवल मंदिर समिति द्वारा निर्धारित मात्रा में प्रदान किए जाने वाले गुलाल का ही बाबा को अर्पण किया जाएगा।


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