पति ने गुटखा खाने के लिए पैसे नहीं दिए तो एक महिला ने शनिवार की शाम अपने तीन बच्चों के साथ जहर खा लिया। बच्चों के रोने की आवाज सुनकर पहुंचे पड़ोसियों ने आनन-फानन सभी को मझगवां अस्पताल पहुंचाया। यहां एक साल की मासूम बालिका बुलबुल की मौत हो गई। हालत नाजुक होने पर डॉक्टरों ने मां ज्योति (28) समेत दो बच्चों को सतना अस्पताल रेफर कर दिया। वहां ज्योति व चंद्रमा यादव (4) की मौत हो गई। एकमात्र बचे बालक की हालत भी गंभीर बनी हुई थी।
मारकुंडी थाना क्षेत्र के इटवां डुडैला निवासी बब्बू यादव ने बताया कि वह शनिवार की शाम घर से टेंपो लेकर मझगवां जा रहे थे। इसी बीच पत्नी ज्योति ने उससे गुटखा खाने के लिए रुपये मांगे। इस पर उसने पत्नी को फटकार लगाई और कहा कि इसके लिए वह रुपये नहीं देगा। डांटकर घर के अंदर जाने के लिए कहकर वह मझगवां की ओर चला गया।
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शाम लगभग सात बजे गांव से फोन आया कि उसकी पत्नी व तीनों बच्चों की हालत खराब है, सभी के जहरीला पदार्थ खाने की आशंका है। आननफानन गांव के लोग पत्नी व बच्चों को निजी साधन से मझगवां अस्पताल ले गए। जहां इलाज के दौरान मासूम बेटी बुलबुल की मौत हो गई। उधर, महिला व अन्य बच्चों की हालत नाजुक होने पर डॉक्टरों ने उन्हें सतना मप्र अस्पताल रेफर कर दिया। रात लगभग पौने आठ बजे सतना अस्पताल में ज्योति ने भी दम तोड़ दिया। थोड़ी देर बाद पुत्री चंद्रमा की भी मौत हो गई। पुत्र दीपचंद्र (5) का इलाज चल रहा है। उसकी भी हालत गंभीर बताई जा रही है।
घटना की जानकारी होते ही मारकुंडी थाना प्रभारी श्याम पटेल इटवां डुडैला गांव पहुंचे। आसपास के लोगों से मामले की जानकारी ली। ग्रामीणों ने बताया कि पति-पत्नी के बीच गुटखा खाने के लिए रुपये मांगने को लेकर विवाद हुआ था। पति दीपचंद्र के डांटने से पत्नी ज्योति नाराज हो गई। इसी से उसने यह कदम उठाया। थाना प्रभारी ने बताया कि मामले के बारे में और जानकारी की जा रही है। अभी पूरा परिवार सतना में है। रविवार को लौटने पर पूछताछ की जाएगी।