नई दिल्लीः PM Modi read the poem राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्यसभा में हुई चर्चा का जवाब देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और कहा कि उसने राजनीति का एक ऐसा मॉडल तैयार किया था, जिसमें ‘झूठ, फरेब, भ्रष्टाचार परिवारवाद, तुष्टीकरण आदि का घालमेल था। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का नाम लेते हुए निशाना साधा। कहा कि खरगे जी सदन में पिछले कुछ समय से काफी कविताएं सुना रहे हैं। एक मैं भी सुना लेता हूं- तमाशा करने वालों को क्या खबर, हमने कितने तूफानों को पार कर दीया जलाया है।
Read More : छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड की संपत्तियों का होगा सर्वे, मुतवल्लियों को पत्र लिख मांगी गई जानकारी
पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि खरगे जी पार्टी के अंदर हालात देखकर इतना दुखी हैं, लेकिन वो वहां कुछ कह नहीं सकते। अपने दिल की बातें यहां आकर कह देते हैं। इसलिए कुछ समय से कविताएं पढ़ रहे हैं। आपने भी (सभापति जयदीप धनखड़) उनसे वाजिब सवाल पूछा था कि कविता कब की है, किसकी है… उन्होंने नहीं बताया, लेकिन ऐसा नहीं है कि उन्हें नहीं पता, उन्हें सब पता है। बस वो बताना नहीं चाहते। ये कविताएं कांग्रेस कालखंड में मशहूर कवि नीरज जी ने कही थी।
Read More : छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड की संपत्तियों का होगा सर्वे, मुतवल्लियों को पत्र लिख मांगी गई जानकारी
है बहुत अंधियारा, अब सूरज निकलना चाहिए
PM Modi read the poem पीएम मोदी ने कहा, उस समय कांग्रेस का समय चल रहा था। तब नीरज जी ने कहा था- मेरे देश उदास न हो, फिर दीप जलेगा। कांग्रेस सरकार के दौर पर नीरज की कविता थी- है बहुत अंधियारा, अब सूरज निकलना चाहिए। जिस तरह से भी हो, ये मौसम बदलना चाहिए। अटल जी ने भी एक बार सदन में कहा था- अंधेरा छंटेगा, सूरज निकलेगा और कमल खिलेगा।
Read More : देवरु के डालल गाने में भोजपुरी स्टार नीलम गिरी ने किया धमाकेदार डांस, फैंस हुए घायल
राष्ट्रपति जी का भाषण प्रेरक
पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में भारत की उपलब्धियों के बारे में, दुनिया की भारत से अपेक्षाओं के बारे में और भारत के सामान्य जन के आत्मविश्वास, विकसित भारत के संकल्प जैसे सभी विषयों पर विस्तार से चर्चा की है।उन्होंने कहा, ‘‘देश को आगे की दिशा भी उन्होंने दिखाई है। राष्ट्रपति जी का भाषण प्रेरक भी था, प्रभावी भी था और हम सब के लिए भविष्य का मार्गदर्शक भी था।’’ राज्यसभा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की किरण चौधरी ने तीन फरवरी को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया था और भाजपा के ही नीरज शेखर ने इसका समर्थन किया था। सत्तर से अधिक सदस्यों ने इस प्रस्ताव पर हुई चर्चा में हिस्सा लिया।