Pune Violence : सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर पुणे में भड़की हिंसा, यावत गांव में भारी पुलिस बल तैनात

Pune Violence : सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर पुणे में भड़की हिंसा, यावत गांव में भारी पुलिस बल तैनात

महाराष्ट्र के पुणे जिले के दौंड तालुका के यवत गांव में एक युवक द्वारा कथित आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट डालने के बाद माहौल अचानक तनावपूर्ण हो गया। पहले से ही संवेदनशील बने इस इलाके में एक सप्ताह पूर्व भी विवाद हुआ था, जिससे गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई थी। शुक्रवार को पुलिस ने घटना की पुष्टि करते हुए हालात पर कड़ी नजर रखने की बात कही।

ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन

पुलिस के अनुसार, सोशल मीडिया पोस्ट के खिलाफ नाराज ग्रामीण सड़कों पर उतर आए। कुछ युवाओं ने एक धार्मिक संरचना को नुकसान पहुंचाने की भी कोशिश की। हालांकि, इस दौरान किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल तैनात है। इलाके में गश्त बढ़ा दी गई है। अधिकारी लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं ताकि कोई बड़ी अप्रिय घटना न हो।

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आपत्तिजनक पोस्ट के वायरल होते ही बढ़ा तनाव

पुणे एसपी संदीप सिंह गिल ने जानकारी दी कि यवत गांव में दोपहर करीब 12:30 बजे पुलिस को सूचना मिली कि एक युवक ने अपने व्हाट्सएप और फेसबुक अकाउंट पर आपत्तिजनक स्टेटस डाला है। शिकायत मिलते ही युवक को थाने लाया गया और मामले में कार्रवाई शुरू कर दी गई। इस दौरान गांव के कुछ लोग भी थाने पहुंच गए। पुलिस ने स्थिति को शांत रखने के लिए गांव के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की पहल की, लेकिन तब तक पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो चुकी थी, जिससे तनाव और बढ़ गया।

बेकरी मालिक की आपबीती

इस हिंसा की चपेट में आई एक बेकरी के मालिक स्वप्निल आदिनाथ कदम ने बताया कि किस तरह अफवाहों के कारण उनकी दुकान को नुकसान पहुंचा। उन्होंने कहा, “मेरे कुछ कर्मचारी मुस्लिम समुदाय से हैं और वे उत्तर प्रदेश से आते हैं। सुबह एक पोस्ट वायरल हुई जिसमें मुसलमानों पर आपत्तिजनक स्टेटस डालने का आरोप था। जब मेरे कर्मचारी पास की मस्जिद जा रहे थे, किसी ने कह दिया कि यह बेकरी मुसलमानों की है।”

उन्होंने आगे बताया, “मेरी बेकरी को निशाना बनाया गया। लोगों ने पत्थरबाजी की, टिन की चादरें उखाड़ दीं और आगजनी कर दी। पूरी बेकरी जलकर खाक हो गई। जबकि हमारे किसी कर्मचारी का उस पोस्ट से कोई लेना-देना नहीं था।”

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भड़काऊ पोस्ट करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घटना को लेकर स्पष्ट रूप से कहा कि आपत्तिजनक स्टेटस किसी बाहरी व्यक्ति ने डाला, जिससे हालात बिगड़े। उन्होंने बताया कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा, लेकिन अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।

फडणवीस ने दो टूक कहा कि “जानबूझकर भड़काऊ पोस्ट करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। किसी धर्म या समुदाय के खिलाफ टिप्पणी करना पूरी तरह अस्वीकार्य है। अगर कोई ऐसा करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वायरल हो रहे वीडियो की सत्यता की जांच की जाएगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वह फुटेज उसी जगह की है या किसी अन्य स्थान की। सीएम ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की। साथ ही यह भी कहा कि कानून को हाथ में लेने वालों पर कठोर कार्रवाई तय है।

आखिर क्या है पूरा मामला

यवत गांव में जारी तनाव की शुरुआत 26 जुलाई को उस वक्त हुई जब नीलकंठेश्वर मंदिर में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ की गई। इसी घटना को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश था और गुरुवार से विरोध प्रदर्शन चल रहा था। इसी दौरान शुक्रवार को एक युवक की कथित आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट ने माहौल को और भड़का दिया।

विवादित पोस्ट सामने आने के बाद प्रदर्शनकारी युवक के घर पहुंच गए और वहां तोड़फोड़ शुरू कर दी। इसी दौरान दोनों पक्षों के बीच टकराव हो गया, जिससे गांव में तनाव की स्थिति बन गई। पुलिस ने समय रहते हस्तक्षेप कर हालात को संभाला, लेकिन इलाके में डर और तनाव का माहौल बना रहा।


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