वैभव सूर्यवंशी को मिला राष्ट्रीय बाल पुरस्कार, इसी वजह से नहीं खेले विजय हजारे ट्रॉफी का मैच

वैभव सूर्यवंशी को मिला राष्ट्रीय बाल पुरस्कार, इसी वजह से नहीं खेले विजय हजारे ट्रॉफी का मैच

Rashtriya Bal Puraskar 2025: नई दिल्ली। वैभव सूर्यवंशी ने पिछले कुछ समय से ऐसा प्रदर्शन किया है, जिसकी मिशाल बहुत ही कम देखने को मिलती है। उन्होंने देश और दुनिया में हर जगह अपनी बल्लेबाजी की छाप छोड़ी है और सभी को प्रभावित करने में सफल रहे हैं। अब उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार दिया गया है। इसी वजह से बिहार के विजय हजारे ट्रॉफी के मैच में नहीं खेले हैं।

विजय हजारे ट्रॉफी में वैभव ने लगाया था शतक

वैभव सूर्यवंशी ने बिहार की टीम के लिए विजय हजारे ट्रॉफी में दमदार खेल दिखाया है। उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ मैच में 84 गेंदों में कुल 190 रन बनाए, जिसमें उनके बल्ले से 16 चौके और 15 छक्के निकले। बाद में वह मणिपुर के खिलाफ मैच में नहीं खेले, क्योंकि उन्हें प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार लेने के लिए दिल्ली आना था।

आईपीएल में वैभव कर चुके हैं कमाल

वैभव सूर्यवंशी भारतीय-ए, भारतीय अंडर-19 टीम के लिए शानदार प्रदर्शन कर चुके हैं। उन्हें जब भी मौका मिला है। उन्होंने उसे दोनों हाथों से लपका है और अपनी बल्लेबाजी से सभी का दिल जीतने में सफल रहे हैं। वह आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स की टीम के लिए खेलते हैं और इस बार भी टीम ने उन्हें रिटेन किया है। वह आईपीएल 2025 के 7 मैचों में 252 रन बनाकर सभी की नजरों में आए थे।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कही ये बात

प्रेसीडेंट द्रौपदी मुर्मू ने इस मौके पर कहा कि आपकी असाधारण प्रतिभा ने वीरता, कला एवं संस्कृति, पर्यावरण, नवाचार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, सामाजिक सेवा और खेल जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। आप सभी ने सराहनीय कार्य किया है। समय की कमी के कारण मैं कुछ ही बच्चों का नाम ले पा रही हूं, लेकिन आज सम्मानित किया गया हर बच्चा समान रूप से आदरणीय है।

साहिबजादों की शहादत में मनाया जाता है ‘वीर बाल दिवस’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘वीर बाल दिवस’ गुरु गोविन्द सिंह के पुत्रों के बलिदान को स्मरण करने का दिन है। प्रधानमंत्री ने श्री गुरु गोबिंद सिंह की जयंती के अवसर पर नौ जनवरी 2022 को घोषणा की थी कि उनके पुत्रों साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की शहादत की याद में 26 दिसंबर को ‘वीर बाल दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा, जिनका बलिदान आज भी पीढ़ियों को प्रेरित करता है।


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