यूपी के गाजियाबाद के लोनी में राम कथा से पहले कलश यात्रा के दौरान बीजेपी विधायक नंदकिशोर गुर्जर और पुलिस के बीच विवाद में एक नया वीडियो सामने आया है। इसमें विधायक और उनके समर्थक पुलिस अधिकारी के साथ बहस और मारपीट करते दिख रहे हैं।
इस पर विधायक का कहना है कि वो गला नहीं पकड़ रहे बल्कि उन्हें रास्ते से हटने के लिए कह रहे थे।
वहीं, अपनी ही सरकार तथा आला अफसरों पर सवाल उठाने वाले गुर्जर कारण बताओ नोटिस मिलने के बावजूद झुकने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने साफ कहा कि वो गलत बात के लिए लड़ते रहे हैं। वो बीजेपी के एक छोटे से कार्यकर्ता हैं, इस नाते उन्होंने संगठन को पूरी इमानदारी से जवाब दिया है। इसमें ये बताया गया कि पुलिस किस प्रकार से आमजन की धार्मिक भावनाओं का अनादर करने की कोशिश कर रही है। पुलिस ने मेरा कुर्ता नहीं फाड़ा बल्कि लोकतंत्र का चीरहरण किया है।
क्या है मामला?
नीलम फैक्ट्री रोड पर स्थित कंबाइंड हॉस्पिटल के पास गुरुवार को राम कथा से पहले कलश यात्रा निकाली गई थी। पुलिस द्वारा बिना अनुमति यात्रा निकालने की बात कहकर इसको रोकने का प्रयास किया था। यात्रा में लोनी के विधायक नंद किशोर गुर्जर सिर पर रामचरित्र मानस लेकर चल रहे थे।
उनका कहना था कि उन्होंने परमिशन ली हुई है। इसको लेकर पुलिस से पहले तीखी नोकझोंक और फिर धक्का-मुक्की हो गई थी। इस दौरान गिरने से विधायक के कपड़े फट गए थे। इसके बाद ही विधायक ने पुलिस कमिश्नर और चीफ सेक्रेटरी पर गंभीर आरोप लगाए थे तथा प्रदेश सरकार पर तीखी टिप्पणी की थी।
देखें वीडियो
उत्तर प्रदेश में बीजेपी वाले ही पुलिस का इक़बाल ख़त्म करने पर तुले हैं। लोनी (गाजियाबाद) के भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर का कारनामा देखिए। उनके नेतृत्व में एसीपी कुंवर अजय कुमार सिंह का गला गला घोंटने का प्रयास किया गया। विधायक के साथ उनके समर्थक और उनका बेटा भी शामिल थे।… pic.twitter.com/8vawKmK3km
— Yashwant Singh (@yashbhadas) March 23, 2025