बिजली के करंट की चपेट में आकर पत्नी तड़प रही थी। यह देख पति उसे बचाने दौड़ा, लेकिन वह भी करंट की चपेट में आ गया। अंततः दंपत्ति की एक साथ दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना औरंगाबाद के अम्बा थाना क्षेत्र में नरहर अम्बा गांव की है। मृतकों की पहचान स्थानीय निवासी गुप्तेश्वर पांडेय के बेटे अर्जुन पाठक (32) और उसकी पत्नी सुनीता देवी (29) के रूप में की गई है।
कपड़ा सुखाने के दौरान करंट की चपेट में आई पत्नी
जानकारी के मुताबिक, सुनीता मंगलवार को अपने घर में कपड़ा धोने के बाद सुखाने की तैयारी में लगी थी। उसके घर के आंगन में कपड़ा सुखाने के लिए बिजली का तार एक खंभे से बांधा हुआ था। उसी खंभे से होकर घर में बिजली का कनेक्शन भी था। घर के बिजली कनेक्शन वाला तार शायद बीच में कहीं से कट गया था और वह कपड़ा सुखाने वाले तार में सट रहा था, जिसका उसे पता नहीं था। इसी दौरान कपड़ा सुखाने के लिए सुनीता ने जैसे ही कपड़ा तार पर डाला, वैसे ही वह करंट की चपेट में आ गई।
बचाने के दौरान पति भी करंट की चपेट में आया
बिजली के करंट की चपेट में आकर झुलसते देख उसका पति अर्जुन उसे बचाने दौड़ा। बचाने के दौरान वह भी करंट की चपेट में आ गया और दोनों ही बुरी तरह झुलस गए। झुलसे हुए हालत में तार से सटे पति-पत्नी घर में ही काफी देर तक पड़े रहे।
इस बीच घर के बाहर खेल रहा उनका पांच वर्षीय पुत्र कार्तिक जब घर के अंदर गया तो उसने दोनों को इस हाल में देखा। फिर घर से बाहर आकर उसने लोगों को घटना की जानकारी दी। इसके तुरंत बाद लोग घर के अंदर गए तो दोनों को बेसुध हालत में तार से सटा हुआ पाया। इसके बाद बिजली का कनेक्शन काट कर लोगों ने दोनों को बिजली के करंट से छुड़ाया।
डॉक्टरों ने नब्ज टटोलते ही दोनों को बताया मृत
आनन-फानन में परिजन उन्हें लेकर इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने नब्ज टटोलते ही दोनों को मृत घोषित कर दिया। मौत की पुष्टि के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। नरहर अंबा गांव में मातम पसरा गया। हादसे के बाद दंपती के दो पुत्र कार्तिक और नैतिक अनाथ हो गए। मामले की जानकारी औरंगाबाद सदर अस्पताल प्रबंधन औरंगाबाद नगर थाना की पुलिस को दी गई है। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।
दंपती ने कर्ज लेकर की थी स्ट्रॉबेरी की खेती
जानकारी के मुताबिक, अर्जुन निर्धन परिवार से था। दोनों ने इसी साल कर्ज लेकर घेउरा गांव में स्ट्रॉबेरी की खेती की थी। खेती से ठीक-ठाक कमाई भी हुई थी। कर्ज चुकाने के बाद परिवार में खुशहाली आई थी, लेकिन इस हादसे ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया है। परिवार में मातम पसरा है।