महाकुंभ नगरः Mahakumbh 2025 उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में वसंत पंचमी पर महाकुंभ का तीसरा और अंतिम अमृत स्नान शुरू हो चुका है। सबसे पहले नागा साधुओं ने डुबकी लगाई। हाथों में तलवार-गदा, डमरू और शंख के साथ-साथ शरीर पर भभूत साधु-संत स्नान के लिए संगम पर पहुंचे। एक-एक करके 13 अखाड़े स्नान करेंगे। साधुओं का आशीर्वाद लेने के लिए लाखों श्रद्धालु संगम पर हैं। कई श्रद्धालु नागा साधुओं की चरण रज माथे पर लगा रहे हैं। हर कोई अमृत स्नान देखने के लिए उत्सुक है। 20 से ज्यादा देशों के लोग भी संगम पहुंचे हैं। इधर ऑपरेशन इलेवन चलाकर क्राउड मैनेजमेंट स्पेशल प्लान के तहत व्यवस्था संभाली जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यह योजना बनाई गई है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिहाज से वन वे रूट तैयार किया गया है।
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अलर्ट मोड पर प्रशासन
Mahakumbh 2025 महाकुंभ में तीसरे अमृत स्नान के मौके पर मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर मेला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। विभिन्न मार्गों पर जाने के लिए प्रशासन ने श्रद्धालुओं से जानकारी शेयर की है। पूरी तरह से मुस्तैद मेला प्रशासन ने श्रद्धालुओं को आने-जाने के लिए जानकारी साझा की है। अरैल से झूंसी जाने के लिए पुल नंबर 28 खुला है। संगम से झूंसी जाने के लिए पुल नम्बर 2, 4, 8, 11, 13, 15, 17, 20, 22, 23 और 25 खुले हैं।
5 बजे से संगम पर उमड़ने लगी भीड़
त्रिवेणी संगम में अखाड़े अपने निर्धारित समय और कार्यक्रम के अनुसार पावन स्नान कर रहे हैं। सुबह 5 बजे से ही संगम पर अखाड़ों का जुटना शुरू हो गया था। कार्यक्रम के अनुसार कई अखाड़े संगम स्नान कर अपने शिविर को लौट चुके हैं औृर बाकी अखाड़े अपने क्रम के मुताबिक स्नान के लिए संगंम पहुंच रहे हैं। अब जूना अखाड़ा स्नान के लिए संगम पहुंच चुका है। अमृत स्नान के बाद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि ‘स्नान’ बहुत भव्य है और सभी लोग बहुत खुश हैं और सरकार को आशीर्वाद दे रहे हैं। बड़ी संख्या में श्रद्धालु आए हैं, पवित्र स्नान करने।