दुर्ग जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में सराफा कारोबारी शांतिलाल कांकरिया के घर से करीब 50 लाख रुपये के सोने-चांदी के गहने और नकदी की चोरी ने इलाके में सनसनी फैला दी थी। घटना 24 जून की रात महावीर कॉलोनी में हुई थी।
चोरी के बाद कारोबारी ने तुरंत कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। फुटेज में दो संदिग्ध युवक स्प्लेंडर बाइक पर रेकी करते नजर आए। उनकी पहचान रंजीत डाहरे और रोशन डाहरे के रूप में हुई।
खैरागढ़ से नागपुर तक दबिश
पुलिस ने दोनों को खैरागढ़ जिले के ग्राम केराजबोड़ से गिरफ्तार किया। पूछताछ में उन्होंने चोरी की साजिश कबूल की और बताया कि कुछ गहने उन्होंने नागपुर निवासी आकाश सोनी को बेचे हैं। इसके बाद पुलिस की टीम नागपुर पहुंची और आकाश सोनी को भी धर दबोचा। आकाश के पास से चोरी के चांदी के गहने जब्त किए गए।
जमीन में गाड़े गहने ऐसे मिले
पूछताछ में सामने आया कि रोशन मार्कण्डेय ने चोरी के बाकी गहनों को अपनी भाभी योगेश्वरी मार्कण्डेय और साथी रविशंकर बंजारे के पास छुपा दिया था। पुलिस से बचने के लिए योगेश्वरी ने गहनों को जमीन में गाड़ दिया था। पुलिस ने डीएसएमडी से गहनों को जमीन से निकालकर जब्त कर लिया।
9 लाख 75 हजार नकद भी बरामद
चोरी में इस्तेमाल और बेचे गए गहनों से मिली 9 लाख 75 हजार रुपये नकद भी पुलिस ने बरामद कर लिए हैं। सभी आरोपियों के पास से नगद रकम, सोने-चांदी के गहने और चांदी के बिस्किट जब्त किए गए हैं।
पुलिस की सतर्कता से खुला बड़ा मामला
कोतवाली थाना पुलिस की सक्रियता और तकनीकी जांच से ही यह मामला सुलझ पाया। आरोपियों के खिलाफ अब आगे की कार्रवाई की जा रही है। पुलिस अधीक्षक ने लोगों से अपील की है कि कीमती सामानों की सुरक्षा के लिए अलार्म और सीसीटीवी जैसे उपाय जरूर अपनाएं।