नई दिल्लीः देश की संसद का बजट सत्र अभी जारी है। गुरुवार को सदन की कार्यवाही कई मायने में खास होने वाली है। आज सदन में वक्फ संशोधन बिल पर जेपीसी रिपोर्ट पेश होने वाली है। इसके साथ ही नया इनकम टैक्स भी सदन के पटल पर रखा जा सकता है। वक्फ संशोधन बिल को 1 फरवरी को लोकसभा में पेश किया गया था। संसद में सोमवार (3 फरवरी) को वक्फ संशोधन बिल 2024 को लेकर जेपीसी की रिपोर्ट पेश होनी थी, लेकिन इसे टाल दिया गया था। जेपीसी अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने कहा था कि जब लोकसभा अध्यक्ष इसे एजेंडे में रखेंगे, तो हम इसे पेश करेंगे।
केंद्र सरकार ने वक्फ संशोधन बिल में इस बात का रखा है ख्याल
दरअसल, वक्फ की जमीन पर अतिक्रमण, कब्जा और दुरुपयोग के मामले लगातार चर्चा में रहते हैं। मुस्लिम वर्ग के अंदर से कई बार ये प्रश्न उठता रहा है कि मुतलवी की सहायता से वक्फ की जमीन पर समाज के रसूखदार लोग, नेता, अधिकारी वगैरह अनाधिकार अतिक्रमण करते रहते हैं। केंद्र सरकार ने वक्फ संशोधन बिल में इस बात का ख्याल भी रखा है कि वक्फ की जमीन पर अतिक्रमण के मामले को कैसे रोका जाए। वक्फ संशोधन विधेयक पर बनी जेपीसी ने लोकसभा अध्यक्ष को जो रिपोर्ट सौंपी है, उसमें ये बताया है कि एएसआई द्वारा संरक्षित देशभर में 280 स्मारक स्थलों पर वक्फ ने अपना दावा ठोका है। इसे लेकर विवाद की स्थति बनी हुई है। दिल्ली में केंद्र सरकार के अंतर्गत ASI के 75 मोनूमेंट को भी वक्फ ने अपनी संपत्ति बताया है।
वक्फ कानून से सबको मिलेगा लाभ- जगदंबिका पाल
जगदंबिका पाल ने कहा था कि वक्फ का कानून बनने के बाद देश के गरीबों, अल्पसंख्यकों, विधवाओं को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा था, “तीन तलाक पर सरकार ने जो फैसला लिया, मुस्लिम महिलाओं ने इसका स्वागत किया। मैं समझता हूं कि जब जेपीसी की यह रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी, तो देश के सभी लोग यह महसूस करेंगे कि उनकी सरकार वक्फ बोर्ड में अच्छा संशोधन लेकर आई है। इसका लाभ लोगों को मिलेगा।”