अण्डा (दुर्ग)। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अण्डा, जिला दुर्ग में क्रांतिकारी सुखदेव राज की स्मृति में प्रतिमा स्थापित करने की पहल को लेकर विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई है। भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ, जिला इकाई दुर्ग द्वारा यह प्रतिमा विद्यालय परिसर में स्थापित करने का प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन स्कूल प्रबंधन की अनदेखी के चलते यह प्रयास अब तक ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है।
पेंशनर्स महासंघ ने एक माह पूर्व विद्यालय विकास समिति के अध्यक्ष राकेश चंद्राकर से संपर्क कर इस विषय में सहमति हेतु प्राचार्य जामुलकर के नाम एक आधिकारिक पत्र सौंपा था, जो कि समिति के सचिव के रूप में कार्यरत हैं। पत्र में प्रतिमा स्थापना को लेकर बैठक बुलाने और प्रक्रिया आरंभ करने का अनुरोध किया गया था। हालांकि, अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जब अध्यक्ष चंद्राकर से इस संबंध में पुनः संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि वे तीन बार प्राचार्य को बैठक बुलाने के लिए कह चुके हैं, लेकिन प्राचार्य द्वारा सभी बार अनदेखी की गई।10 अक्टूबर को एक बार फिर अध्यक्ष को स्मरण कराया गया, लेकिन प्राचार्य बात नहीं सुन रही हैं

क्रांतिकारी सुखदेव राज की ऐतिहासिक भूमिका
गौरतलब है कि क्रांतिकारी सुखदेव राज ने वर्ष 1963 से 1973 तक अण्डा ग्राम में एक आश्रम स्थापित कर कुष्ठ रोगियों की सेवा की थी। उनका निधन 5 जुलाई 1973 को इसी ग्राम में हुआ था। उनकी प्रतिमा पहले उसी आश्रम में स्थापित थी, परंतु अब वह भूमि निजी स्वामित्व में चली गई है और सामान्य जन की पहुंच से दूर हो गई है। अब पेंशनर संगठन उनकी प्रतिमा को विद्यालय परिसर में स्थापित कर नई पीढ़ी को उनके सेवा-कार्य की प्रेरणा देना चाहता है, लेकिन विद्यालय प्रशासन की निष्क्रियता के कारण यह कार्य आगे नहीं बढ़ पा रहा है।