शक के जाल में फंसे एक कैब ड्राइवर ने अपनी पत्नी की गला घोंटकर हत्या कर दी और फिर खुद ही थाने जाकर अपना गुनाह कबूल कर लिया। यह दिल दहला देने वाली घटना बेंगलुरु के संपिगेहल्ली इलाके में मंगलवार को हुई। घटना के वक्त दोनों मासूम बच्चे स्कूल थे और उन्हें इस भयानक वारदात की भनक तक नहीं थी।
पत्नी के चरित्र पर शक बना हत्या की वजह
पुलिस के मुताबिक, 39 वर्षीय चंद्रशेखर अपनी 35 वर्षीय पत्नी के चरित्र को लेकर शक में था। उसे लगता था कि उसकी पत्नी किसी और के साथ संबंध में है। यह शक दिन-ब-दिन गहराता गया क्योंकि उसकी पत्नी अक्सर किसी से फोन पर बात करती रहती थी। इसी वजह से दोनों के बीच आए दिन झगड़े होते रहते थे।
मंगलवार को भी दोनों के बीच कहासुनी हुई और इस बार गुस्से में आकर चंद्रशेखर ने पत्नी का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। वारदात के बाद, उसने खुद ही संपिगेहल्ली पुलिस स्टेशन जाकर अपना जुर्म कबूल कर लिया।
घर में अकेली थी पत्नी, बच्चों को नहीं थी खबर
पुलिस जांच में पता चला है कि चंद्रशेखर और उसकी पत्नी की शादी को 12 साल हो चुके थे और उनके दो बेटे हैं-एक 10 साल का और दूसरा 6 साल का। घटना के वक्त दोनों बच्चे स्कूल में थे, इसलिए उन्हें इस भयावह वारदात की कोई भनक नहीं लगी।
हत्या के बाद खुद ही पहुंचा थाने
जब चंद्रशेखर थाने पहुंचा और पुलिस को बताया कि उसने अपनी पत्नी की हत्या कर दी है, तो पुलिस भी हैरान रह गई। तत्काल एक टीम को घटनास्थल पर भेजा गया, जहां महिला मृत अवस्था में पड़ी मिली। पुलिस अधिकारी ने बताया, “हमने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आगे की जांच जारी है।”
शक और गुस्से ने उजाड़ दिया पूरा परिवार
यह घटना एक बार फिर इस सच्चाई को उजागर करती है कि अविश्वास और गुस्से का भयानक परिणाम क्या हो सकता है। इस वारदात ने न सिर्फ एक महिला की जान ले ली, बल्कि दो मासूम बच्चों को अनाथ भी कर दिया। पुलिस इस मामले में आगे की छानबीन कर रही है।