सुकमा। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों की लगातार कमर टूट रही है। दंतेवाड़ा-बीजापुर सीमा पर मुठभेड़ के बाद आज सुकमा में नौ इनामी नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया है। सरेंडर किये गए नक्सलियों में छह महिला नक्सली शामिल है। पुलिस ने बताया कि, सभी पर 26 लाख रुपए का इनाम घोषित था।
अब तक मिली जानकारी के अनुसार, सरेंडर करने वाले सभी नौ नक्सलियों पर कुल 26 लाख रुपए का इनाम सरकार ने घोषित किया था। सरेंडर करने पर यह राशि उन्हें फिर से जीवन की नई शुरुआत करने के लिए दी गई है।
आत्मसमर्पण करने वाले 9 नक्सली कई बड़ी वारदातों में शामिल रहे हैं। नक्सली बटालियन में सक्रिय एक नक्सली ने भी आत्मसमर्पण किया है। माना जा रहा है कि, इन नक्सलियों के सरेंडर से नक्सली संगठन कमजोर हो गया है।
सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि लगातार चलाए जा रहे ऑपरेशन और कैंप खोलने से प्रभावित होकर नौ नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इनमें बटालियन नंबर वन के अलावा जगरमुंडा एरिया में शामिल नक्सली हैं। ये नक्सलियों की खोखली विचारधारा को त्यागकर आत्मसर्मपण किया है। इन्हें शासन की आत्मसमर्पण की नीतियों का लाभ दिया जाएगा।
बता दें कि, इससे पहले 17 मार्च 2025 को नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों के सामने 19 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। इनमें से 9 नक्सलियों पर कुल 28 लाख रुपये का इनाम घोषित था। आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को सरकार की पुनर्वास नीति के तहत 25,000 रुपये की तत्काल सहायता दी गई और उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ भी दिया जाएगा।
बीजापुर जिले में इस साल अब तक 84 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं। वहीं, पिछले साल पूरे बस्तर क्षेत्र में 792 नक्सलियों ने मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया था। पुलिस और प्रशासन लगातार इस दिशा में काम कर रहे हैं ताकि अधिक से अधिक नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़कर विकास की राह पर लौट सकें।