मध्यप्रदेश। घटना इस प्रकार की नहीं है, पुलिस पर कोई पथराव नहीं हुआ, पुलिस वाहन में भी कोई तोड़फोड़ भी नहीं हुई। यह बात शहडोल एसपी द्वारा कही गई है। बीते शुक्रवार को खबर सामने आई थी कि , गोलीकांड से जुड़े मामले में जांच करने पहुंची पुलिस टीम पर लोगों ने पथराव किया है।
शहडोल एसपी ने बताया – ‘बुढार थाने से वीडियो फुटेज में एक अपराधी की पहचान हेतु संदेही को लाने का विरोध करते हुए लोगों ने पुलिस को रोकने का असफल प्रयास किया। जिस पर ऐसे प्रयास करने वालों पर एफआईआर की गई।’
बुढ़ार थाना क्षेत्र के ईरानी मोहल्ला में 20 मार्च 2025 की रात एक अपराधी की शिनाख्तगी के लिए बुढार थाना से छः सात पुलिस कर्मचारी गये थे। जहां से एक संदिग्ध को थाना पूछताछ के लिए लाते समय कुछ महिलाओं और पुरुषों से पुलिस कर्मचारियों को घेर कर रोकने का प्रयास किया। किसी प्रकार का पथराव या पुलिस वाहन में तोड़फोड़ नहीं हुई है। प्रकरण में 11 पुरुष और सात महिलाओं के विरुद्ध नामजद FIR दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। क्षेत्र में सभी गतिविधियां सामान्य रुप से संचालित हो रही हैं। सोशल मीडिया में कुछ भ्रामक सूचना पोस्ट की गई है, जो आधार हीन है।’
हालांकि एसपी ने मारपीट और वाहन में तोड़फोड़ की बात को झुटला दिया है लेकिन यह बात सामने आई थी कि, उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले से पुलिस दल बुढ़ार थाना क्षेत्र के अंतर्गत ईरानी बाड़ा से फिरोज अली नामक संदिग्ध को गिरफ्तार करने पहुंचा था। जब टीम उसे ले जा रही थी, तो उसे छुड़ाने के लिए महिलाओं और पुरुषों के एक समूह ने उनके साथ मारपीट की और गाली-गलौज की। कुछ पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें भी आईं थीं।