“पाकिस्तान की बेटी थी, अब भारत की बहू” कहने वाली सीमा हैदर ने वतन वापसी से किया इंकार

“पाकिस्तान की बेटी थी, अब भारत की बहू” कहने वाली सीमा हैदर ने वतन वापसी से किया इंकार

Seema Haider Pakistan Return: पाकिस्तान के सिंध प्रांत से भारत आई सीमा हैदर एक बार फिर सुर्खियों में हैं। केंद्र सरकार ने हाल ही में पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने के आदेश दिए थे। जिसके बाद से सीमा की चिंता बढ़ गई है। सीमा हैदर ने अपील करते हुए कहा, “मैं पाकिस्तान की बेटी थी, अब भारत की बहू हूं। मेरी बच्ची यहीं पैदा हुई है। मुझे भारत में ही रहने दिया जाए।”

PUBG से शुरू हुई प्रेम कहानी, भारत में बनी मां और पत्नी
सीमा हैदर और भारत के सचिन मीणा की प्रेम कहानी साल 2019 में मशहूर मोबाइल गेम पबजी से शुरू हुई। दोस्ती ने प्यार का रूप लिया और 2023 में सीमा ने अपने चार बच्चों के साथ नेपाल के रास्ते भारत में अवैध रूप से प्रवेश किया। इसके बाद वह उत्तर प्रदेश के रबूपुरा इलाके में सचिन मीणा के साथ रहने लगीं। दोनों ने हिंदू रीति-रिवाजों से विवाह किया और हाल ही में सीमा ने एक बच्ची को जन्म दिया, जिसका नाम ‘भारती मीणा’ रखा गया है।

30 अप्रैल तक देश छोड़ने का आदेश
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने कड़ा कदम उठाते हुए सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए। निर्देश दिया गया कि वे 30 अप्रैल से पहले भारत छोड़ दें। इसके तहत यूपी सरकार ने पूरे प्रदेश में अभियान चलाकर सभी पाकिस्तानी नागरिकों को उनके देश भेज दिया। डीजीपी प्रशांत कुमार के अनुसार, अब केवल एक पाकिस्तानी नागरिक शेष है, जिसे 30 अप्रैल तक वापस भेजा जाएगा।

वकील ने दी दलीलें
सीमा हैदर के वकील एपी सिंह ने कहा है कि सीमा की नागरिकता संबंधी याचिका राष्ट्रपति और भारत सरकार के पास विचाराधीन है। उन्होंने बताया कि सीमा का अपने पाकिस्तानी पति से तलाक हो चुका है। वह अब एक भारतीय नागरिक की पत्नी हैं। उनके पहले पति से हुए तीन बच्चों की संरक्षक केवल सीमा हैं। उन्होंने यह भी कहा कि 30 अप्रैल तक सीमा को भारत छोड़ने का कोई आधिकारिक नोटिस नहीं मिली है।

सीमा की अपील: भारत में ही रहने दें
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में सीमा हैदर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की है। उनका कहना है कि वह अब भारत की बहू हैं और यहां एक बेटी की मां भी बनी हैं, इसलिए उन्हें भारत में रहने दिया जा


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