Saria Rate: प्री-मानसून बारिश का असर. 600 रुपए टन तक सस्ता हुआ सरिया, मकान बनाने वालों के चेहरे खिले, व्यापारी भी खुश

Saria Rate: प्री-मानसून बारिश का असर. 600 रुपए टन तक सस्ता हुआ सरिया, मकान बनाने वालों के चेहरे खिले, व्यापारी भी खुश

रायपुर (Saria Rate): सरिया के दाम में आई गिरावट से ग्राहकों में उत्साह बना हुआ है। खासकर ग्रामीण क्षेत्र के ग्राहकों में यह उत्साह अधिक देखने को मिल रहा है। व्यापारियों का कहना है कि ये वे ग्राहक हैं, जो अपना घर बनाने के लिए दामों के गिरने का इंतजार कर रहे थे। दाम कम होने पर इनके द्वारा खरीदी भी की जा रही है।

सस्ता होने के चलते ये अभी सरिया खरीद कर रख लेंगे और बारिश बंद होते ही अपने घरों में काम लगाएंगे। इन दिनों सरिया के दामों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। वर्तमान में सरिया के दाम 500 से 600 रुपये प्रति टन तक कम होकर 53 से 54 हजार रुपये प्रति टन के स्तर पर पहुंच गया है।

जनवरी से मार्च के बीच सरिया के दाम 57 से 59 हजार रुपये प्रति टन चल रहा था। विशेषज्ञों के अनुसार, इस गिरावट के पीछे प्रमुख कारण प्री-मानसून की आहट को माना जा रहा है।

अनुमान है कि 15 जून तक सरिया के दाम और 200 से 300 रुपये प्रति टन गिरकर 50 से 51 हजार रुपये तक आ सकते हैं। वर्तमान में सरिया की बेसिक कीमत 38 हजार रुपये प्रति टन है, जिसमें विभिन्न आकारों (एमएम) के अनुसार पांच से छह हजार रुपये की अतिरिक्त लागत जुड़ती है।

उदाहरण के तौर पर, 10 एमएम और 25 एमएम सरिया के दाम 44 हजार रुपये प्रति टन हैं। इस पर 18 प्रतिशत जीएसटी जोड़ने के बाद कुल कीमत 52 हजार रुपये प्रति टन होती है। इसी तरह 8 एमएम से लेकर 32 एमएम तक के सरिया के दाम 45 हजार प्रति टन हैं, जो टैक्स मिलाकर करीब 53 हजार तक पहुंचते हैं।

छत्तीसगढ़ में 20 हजार टन उत्पादन

छत्तीसगढ़ में सरिया और स्पंज आयरन का प्रतिदिन लगभग 20 हजार टन उत्पादन होता है। राजधानी रायपुर ही प्रतिदिन करीब 12 से 13 हजार टन सरिया का निर्माण करता है।

तीन साल पहले 80 हजार रुपये था दाम

सरिया के दाम तीन साल पहले 2022 में ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गए थे। मार्च 2022 में सरिया की कीमत 80 हजार रुपये प्रति टन से भी अधिक हो गई थी। यह तेजी 2021 से शुरू हुई थी, जो 2022 में चरम पर पहुंची।

इसके बाद दाम गिरकर एक साल बाद 55 हजार तक पहुंचे। 2023 और 2024 में सरिया की कीमतें फिर से 55 हजार रुपये के ऊपर बनी रहीं। लेकिन अब, लगभग पांच साल बाद पहली बार सरिया के दाम 53 से 54 हजार रुपये प्रति टन के बीच पहुंच गई हैं।


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