CG Budget Session 2025: छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के 10वें दिन की कार्यवाही विपक्ष के भारी विरोध और हंगामे के साथ शुरू हुई। कांग्रेस विधायकों ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी का मुद्दा उठाते हुए सदन में जोरदार नारेबाजी की। इस हंगामे के बाद स्पीकर ने विपक्ष के विधायकों को निलंबित कर दिया।
प्रश्नकाल से पहले ही विपक्ष ने ED की छापेमारी का मुद्दा उठाया और सत्ता पक्ष पर एजेंसी के जरिए डराने-धमकाने का आरोप लगाया। कांग्रेस विधायकों ने ‘ईडी से डराना बंद करो’ जैसे नारे लगाकर विरोध जताया। स्पीकर ने विपक्ष से प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाने का आग्रह किया, लेकिन विपक्ष ने इस पर ध्यान नहीं दिया।
सदन में तीखी बहस और निलंबन
विपक्षी कांग्रेस विधायकों ने सदन के भीतर तेज हंगामा किया और गर्भगृह तक पहुंच गए। इसके बाद स्पीकर ने उन्हें निलंबित कर दिया। निलंबन के बावजूद कांग्रेस विधायक सदन के गर्भगृह में ही धरने पर बैठ गए और प्रदर्शन जारी रखा।
BJP ने लगाए विपक्ष पर आरोप
इस मामले में BJP के वरिष्ठ विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि विपक्ष सदन में गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार कर रहा है। उन्होंने कहा, विपक्ष अपनी बात नियमों के तहत उठा सकती है, लेकिन कांग्रेस ने हंगामा शुरू कर दिया। कांग्रेस को नियम, कायदा और कानून पर विश्वास नहीं है।
विपक्ष में कांग्रेस विधायकों का आरोप
विपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार ED का इस्तेमाल विपक्षी नेताओं को डराने-धमकाने के लिए कर रही है। कांग्रेस विधायकों ने कहा कि यह कार्रवाई राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा है और सरकार को इस तरह की रणनीति बंद करनी चाहिए।
सदन की कार्यवाही प्रभावित
विपक्ष के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही प्रभावित हुई। स्पीकर ने विपक्षी विधायकों को निलंबित करने के बाद सदन को सुचारू रूप से चलाने का प्रयास किया। हालांकि, विपक्ष के प्रदर्शन के कारण सदन में तनावपूर्ण माहौल बना रहा।