ग्वालियर, मध्य प्रदेश। ग्वालियर के महाराजपुरा इलाके में 15 जून 2025 की देर रात एक सनसनीखेज घटना ने स्थानीय लोगों में दहशत फैला दी। शनिचरा रोड पर देवनारायण मार्केट में गोविंद किराना स्टोर पर आधा दर्जन से अधिक बदमाशों ने अंधाधुंध गोलीबारी कर दी। गोलीबारी का कारण किराना दुकान मालिक सुरजीत मावई के साथ छोटू भदौरिया का मामूली विवाद था, जो सिगरेट की उधारी को लेकर शुरू हुआ।
जानकारी के मुताबिक, महाराजपुरा पुलिस ने मामले में तीन नामजद और अन्य अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है। इस हमले का नेतृत्व कुख्यात अपराधी छोटू भदौरिया ने किया, जिसने अपने साथियों आदित्य सिंह, अमन सिंह, और तीन अन्य अज्ञात युवकों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया।
यह है पूरा मामला
दरअसल, घटना की शुरुआत 15 जून 2025 की रात करीब 10:30 बजे हुई, जब छोटू भदौरिया अपनी बाइक पर गोविंद किराना स्टोर पहुंचा। उसने दुकान मालिक सुरजीत मावई से सिगरेट मांगी। सुरजीत ने छोटू से पहले की 250 रुपये की उधारी चुकाने को कहा। छोटू ने जवाब दिया कि वह बाद में पैसे देगा और नई सिगरेट के पैसे भी अभी नहीं देगा। जब सुरजीत ने इसका विरोध किया, तो छोटू ने जबरन काउंटर से सिगरेट उठाने की कोशिश की। इस बात पर दोनों के बीच तीखी बहस हुई, जिसके बाद छोटू वहां से चला गया।
लगभग 11:00 बजे, छोटू भदौरिया अपने साथियों आदित्य सिंह, अमन सिंह, और तीन अन्य अज्ञात युवकों के साथ दो बाइकों पर सवार होकर दुकान पर वापस लौटा। सभी बदमाश हथियारों से लैस थे और उन्होंने दुकान पर पहुंचते ही अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। बदमाशों ने करीब 10-12 राउंड गोलियां चलाईं, जो किराना स्टोर की दीवार, दुकान के अंदर रखे फ्रीज, और पास में स्थित फौजी ढाबा की दीवार में लगीं। गोलीबारी के बाद बदमाशों ने सुरजीत मावई और आसपास के अन्य दुकानदारों को जान से मारने की धमकी दी और मौके से फरार हो गए।
ये घटना ग्वालियर मध्यप्रदेश की है जहाँ एक व्यक्ति ने 15 रुपए की सिगरेट के लिए चला 15 गोलियां।
— मनीष सागर (@Manish_NSTA) May 17, 2025
उधारी में सिगरेट न देने से ग्राहक हुआ नाराज़
साथियों को लाकर दुकानदार पर की फायरिंग
दुकान में मची भगदड़, छुपकर बचाई जान
सिगरेट 15 रुपये की थी वो नहीं दिए उधार चाहिए थी लेकिन 15… pic.twitter.com/iWL0ggDczB
पुलिस ने की कार्रवाई
घटना की सूचना तुरंत महाराजपुरा पुलिस को दी गई, लेकिन उस समय पुलिस उसी क्षेत्र में कुछ घंटे पहले हुई छत्रपाल सिंह की हत्या और गोला का मंदिर पर हुए चक्का जाम से निपटने में व्यस्त थी। इस कारण पुलिस की प्रतिक्रिया में देरी हुई। शुक्रवार, 16 जून 2025 की शाम को मामला वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) धर्मवीर सिंह के संज्ञान में आया।
एसएसपी के निर्देश पर महाराजपुरा पुलिस ने छोटू भदौरिया, आदित्य सिंह, अमन सिंह, और तीन अज्ञात आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 307 (हत्या का प्रयास), धारा 294 (अपशब्दों का प्रयोग), धारा 506 (आपराधिक धमकी), और आर्म्स एक्ट की धारा 25/27 के तहत मामला दर्ज किया।
एसएसपी धर्मवीर सिंह ने बताया, “हमने आरोपियों की पहचान कर ली है और उनकी गिरफ्तारी के लिए तीन पुलिस टीमें गठन की गई हैं। जल्द ही सभी बदमाशों को हिरासत में लिया जाएगा।” पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय गवाहों के बयानों के आधार पर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने यह भी पुष्टि की कि छोटू भदौरिया का आपराधिक इतिहास रहा है और वह पहले भी कई मामलों में शामिल रहा है।