रायपुर। राजधानी रायपुर प्रेस क्लब में चुनाव को लेकर लंबे समय से चल रहा गतिरोध अब खत्म हो गया है। फर्म एवं सोसाइटी के पंजीयक ने आदेश जारी करते हुए 60 दिनों के भीतर चुनाव सम्पन्न कराने के निर्देश दिए हैं। आदेश जारी होते ही प्रेस क्लब परिसर में पत्रकारों ने गाजे-बाजे और पटाखों के साथ जश्न मनाया।
पिछला कार्यकाल फरवरी में ही समाप्त
प्रेस क्लब की मौजूदा कार्यकारिणी का कार्यकाल 17 फरवरी 2025 को पूरा हो चुका था। 17 फरवरी 2024 को हुए चुनाव के बाद निर्वाचित पदाधिकारियों का एक साल का कार्यकाल था, लेकिन परिस्थितियों का हवाला देकर चुनाव लगातार टाले जाते रहे। इसी के चलते जागरूक पत्रकारों ने पंजीयक फर्म्स एवं सोसाइटी से हस्तक्षेप की मांग की।
जागरूक पत्रकारों ने उठाई आवाज़
शिकायत करने वालों में पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष दामू आम्बेडकर, मोहन तिवारी, संदीप पुराणिक, प्रदीप चंद्रवंशी और विजय कुमार वर्मा शामिल थे। इन पत्रकारों ने समय पर चुनाव कराने के लिए रजिस्ट्रार कार्यालय का दरवाजा खटखटाया, जिसके बाद यह आदेश जारी हुआ।
संविधान संशोधन पर तीन-तीन रजिस्टर
प्रेस क्लब में संविधान संशोधन को लेकर भी विवाद खड़ा हो गया था। 1 दिसंबर को हुई सामान्य सभा में हंगामे और धक्का-मुक्की की स्थिति के कारण बैठक अधूरी रह गई। इसके बाद अध्यक्ष ने संविधान संशोधन के लिए 145 सदस्यों से हस्ताक्षर कराया।
विरोधी गुट ने एजेंडे के खिलाफ 125 सदस्यों के साइन कराए। वहीं, तीसरा रजिस्टर चुनाव कराने की मांग के समर्थन में 342 हस्ताक्षरों के साथ तैयार कर जमा किया गया। हालांकि, 3/5 यानी 60% सहमति के नियम के चलते संशोधन पर लगातार संशय बना रहा।
अब नई कार्यकारिणी का रास्ता साफ
लंबे विवाद और असमंजस के बाद आखिरकार प्रेस क्लब में नई कार्यकारिणी के गठन का रास्ता साफ हो गया है। रजिस्ट्रार के आदेश के मुताबिक अगले दो महीने के भीतर चुनाव प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी।
