Raipur News: रायपुर में कल से 100 पंपों पर बिना हेलमेट नहीं मिलेगा पेट्रोल…

Raipur News: रायपुर में कल से 100 पंपों पर बिना हेलमेट नहीं मिलेगा पेट्रोल…

Raipur News: रायपुर 31 अगस्त 2025 छत्तीसगढ़ में सड़क सुरक्षा को लेकर एक बड़ी पहल की जा रही है। रायपुर पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने फैसला लिया है कि 1 सितंबर 2025 से रायपुर जिले में बिना हेलमेट पहने दोपहिया वाहन चालकों को पेट्रोल नहीं दिया जाएगा। यह निर्णय सड़क हादसों में हो रही लगातार मौतों को देखते हुए लिया गया है। इस अभियान को रायपुर जिले के सभी 320 पेट्रोल पंपों पर सख्ती से लागू किया जाएगा और इसके बाद इसे अन्य जिलों में भी विस्तार देने की योजना है। एसोसिएशन के अध्यक्ष अखिल धगट ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को हेलमेट पहनने के लिए प्रेरित करना है, जिससे हादसों में होने वाली जानहानियों को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि शुरुआत में कुछ दिनों तक लोगों को समझाया जाएगा, लेकिन बाद में सख्ती से नियमों का पालन कराया जाएगा। यह कदम तब तक जारी रहेगा जब तक आम जनता में हेलमेट के प्रति पूरी तरह जागरूकता नहीं आ जाती।

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इससे पहले भी कई बार ऐसे अभियान चलाए गए हैं

Raipur News: यह अभियान केवल रायपुर तक सीमित नहीं है। बालोद और दुर्ग जिलों में भी प्रशासन ने पहले ही बिना हेलमेट पेट्रोल देने पर रोक लगा दी है। बालोद में कलेक्टर के आदेश के तहत नियम लागू हो चुका है और दुर्ग में भी यही नीति अपनाई जा रही है। वहीं, रायपुर के एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह ने दोपहिया वाहन शोरूम संचालकों को यह निर्देश दिए हैं कि किसी भी खरीदार को वाहन के साथ अनिवार्य रूप से हेलमेट भी दिया जाए I इस तरह के प्रयास छत्तीसगढ़ के बाहर भी देखने को मिल रहे हैं। मध्य प्रदेश में भी जुलाई से यह नियम सख्ती से लागू किया गया है। भोपाल, इंदौर और ग्वालियर जैसे बड़े शहरों के साथ-साथ छोटे शहरों में भी कलेक्टरों द्वारा आदेश जारी कर दिए गए हैं कि बिना हेलमेट पहने चालकों को पेट्रोल नहीं दिया जाए। नियम तोड़ने पर पेट्रोल पंप संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है, और कुछ मामलों में आरोपियों को जेल तक भेजा गया है।

Raipur News: “ताकि न जाए किसी की जान ” इस उद्देश्य को लेकर शुरू किया गया यह अभियान एक सामाजिक जिम्मेदारी का प्रतीक है, जो लोगों को उनकी सुरक्षा के प्रति जागरूक बनाने का प्रयास कर रहा है। अगर जनता ने इस अभियान को सहयोग दिया, तो यह सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है। छत्तीसगढ़ में इससे पहले भी कई बार इस तरह की योजनाएं और अभियान चलाए गए हैं लेकिन उसका कुछ खास परिणाम देखने को नहीं मिला है अभी तक, लेकिन हो सकता है कि इस बार परिणाम उम्मीद पर खरे उतरे और लोग मजबूरी मे ही सही पर हैलमेट का प्रयोग करे, जो उनकी सुरक्षा करे l
अब क्या करेंगे लोग अगर गाड़ी चलाने के लिए पेट्रोल चाहिए तो हैलमेट लगायेंगे ही ताकि उन्हें पेट्रोल आसानी से मिल सके l


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