Raipur News: रायपुर निगम की सख्त कार्रवाई, करोड़ों का बकाया कर नहीं देने पर 15 बकायादारों की दुकानें, गोदाम और ऑफिस सील

Raipur News: रायपुर निगम की सख्त कार्रवाई, करोड़ों का बकाया कर नहीं देने पर 15 बकायादारों की दुकानें, गोदाम और ऑफिस सील

Raipur Nagar Nigam Tax Action: राजधानी रायपुर में नगर निगम ने संपत्तिकर बकायेदारों के खिलाफ अब सख्त रवैया अपना लिया है। गुरुवार को निगम के जोन-8 ने शहर के 15 बड़े टैक्स डिफॉल्टर्स की दुकानों, गोदामों और कार्यालयों को सील कर दिया। इस सूची में प्रमुख नाम पार्थिवी प्रोविन्स के डायरेक्टर और कॉलोनाइज़र शैलेष वर्मा का भी है, जिन पर अकेले 33.86 लाख रुपये का संपत्तिकर बकाया है। निगम द्वारा कई बार नोटिस और डिमांड बिल जारी किए जाने के बावजूद जब टैक्स जमा नहीं हुआ, तो यह बड़ी कार्रवाई की गई।

पहली बार एक ही दिन में 15 संपत्तियों पर सीलबंदी

नगर निगम के इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी एक जोन द्वारा एक ही दिन में इतनी बड़ी कार्रवाई की गई हो। जोन-8 की कमिश्नर राजेश्वरी पटेल ने बताया कि यह कार्रवाई वसूली में लापरवाही और बार-बार नोटिस भेजने के बाद भी भुगतान नहीं होने पर की गई है। उन्होंने कहा कि अब संपत्तिकर वसूली को लेकर “ज़ीरो टॉलरेंस” नीति अपनाई जा रही है। जो अन्य बड़े बकायादार बचे हैं, उन्हें भी जल्द ही नोटिस देकर कार्रवाई की जाएगी। अगर वे निर्धारित समय सीमा में बकाया नहीं चुकाते हैं तो उनके नाम सार्वजनिक किए जाएंगे और संपत्तियां सील कर दी जाएंगी।

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सील की गई प्रमुख संपत्तियां और बकाया राशि

इस कार्रवाई में जिन बकायादारों की संपत्तियां सील की गई हैं, उनमें व्यवसायिक प्रतिष्ठान, गोदाम, ऑफिस और दुकानें शामिल हैं। इनमें से कई कारोबारी लंबे समय से टैक्स नहीं चुका रहे थे। यहां जानिए कुछ प्रमुख बकायादारों का विवरण :

  • शैलेष वर्मा (कॉलोनाइजर) – ₹33,86,466
  • जायसवाल इंटरप्राइजेस – ₹4,05,630 और ₹2,20,510
  • विनोद सिंह (सूरज स्टील) – ₹34,563 और ₹3,47,956
  • राजेश चंद्राकर – ₹2,12,806
  • नीलम मिश्रा – ₹2,56,108
  • हरभजन सिंह – ₹1,97,091
  • विजय सिंह (सतगुरु फर्नीचर) – ₹87,790
  • और अन्य प्रतिष्ठानों पर भी ₹1 लाख से अधिक की राशि बकाया है।

दो महीने में हुई 8 करोड़ की वसूली, निगम को मिली बड़ी सफलता

नगर निगम रायपुर द्वारा पिछले दो महीनों में 306 ब्लॉक संपत्तियों के खिलाफ टैक्स वसूली की प्रक्रिया तेज की गई। सीलबंदी की धमकी और सख्ती के बाद इनमें से अधिकांश संपत्ति मालिकों ने बकाया टैक्स जमा कर दिया, जिससे निगम को लगभग 8 करोड़ रुपये की वसूली हुई। यह रकम पिछले एक दशक से लंबित पड़ी थी। निगम के एक अधिकारी के अनुसार, यह वसूली अभियान “रिकॉर्ड ब्रेकिंग” रहा है।

अब नहीं होगी कोई ढिलाई- निगम कमिश्नर

नगर निगम कमिश्नर विश्वदीप ने स्पष्ट किया है कि सभी जोन कमिश्नरों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में बकायादारों की सूची बनाकर उन्हें नोटिस भेजें। यदि फिर भी बकाया कर जमा नहीं किया गया, तो सीधे संपत्तियों को सील करने की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, “कर नहीं चुकाने वालों के खिलाफ अब नरमी नहीं बरती जाएगी। हम समयबद्ध रूप से कार्रवाई करेंगे।”

आम नागरिकों और व्यापारियों के लिए चेतावनी

नगर निगम की इस कार्रवाई से यह साफ संकेत मिल रहा है कि अब कर वसूली को लेकर कोई समझौता नहीं होगा। संपत्तिकर (Property Tax) समय पर जमा करना सभी संपत्ति मालिकों की जिम्मेदारी है। निगम ने अपील की है कि बकायादार जल्द से जल्द बकाया राशि का भुगतान करें, अन्यथा सख्त कार्रवाई झेलने को तैयार रहें।


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