अयोध्या। श्री राम जन्मभूमि मंदिर में द्वितीय प्राण प्रतिष्ठा का भव्य अनुष्ठान मंगलवार से शुरू हो रहा है। इस ऐतिहासिक अवसर पर राम मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार की स्थापना सहित परकोटे में स्थित छह अन्य मंदिरों में मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। यह समारोह 5 जून को गंगा दशहरा के शुभ अवसर पर अपने चरम पर पहुंचेगा।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इस आयोजन के लिए व्यापक तैयारियां पूरी कर ली हैं, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई वीवीआईपी शामिल होंगे।
अनुष्ठान का शुभारंभ सोमवार शाम सरयू तट से शुरू होने वाली भव्य कलश यात्रा के साथ आरंभ हुआ। यह यात्रा वीणा चौक, रामपथ, सिंगार हाट और रंग महल बैरियर से होते हुए राम जन्मभूमि मंदिर परिसर पहुंची।
3 और 4 जून को सुबह 6:30 बजे से 12 घंटे तक पूजा-अनुष्ठान होंगे, जिसमें 1975 मंत्रों के साथ अग्नि देवता को आहुति दी जाएगी। इसके साथ ही रामरक्षा स्तोत्र, हनुमान चालीसा और अन्य भक्ति भजनों का पाठ किया जाएगा। मुख्य समारोह 5 जून को होगा, जिसमें राम दरबार (श्री राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान) की प्राण प्रतिष्ठा के साथ छह अन्य मंदिरों में देव प्रतिमाओं की स्थापना होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस समारोह में चार प्रमुख कार्यक्रमों में शामिल होंगे। वह प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य अनुष्ठान के अलावा मां सरयू त्रयोदशी जन्मोत्सव, ट्रस्ट अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के जन्मोत्सव और विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भी शिरकत करेंगे। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि इस बार उन संतों और गृहस्थों को आमंत्रित किया गया है, जो पिछले वर्ष 22 जनवरी 2024 को हुए प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं हो सके थे।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं : जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने बताया कि राम मंदिर और हनुमानगढ़ी में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। जगह-जगह छाया की व्यवस्था की गई है। पेयजल व शौचालय के भी इंतजाम किए गए हैं।जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने बताया कि गर्मी और हीट स्ट्रोक को ध्यान में रखते हुए छाया और पेयजल की व्यवस्था की गई है।
जिला प्रशासन ने सभी अस्पतालों में 10-10 बेड विशेष रूप से आरक्षित करा दिए हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तत्काल चिकित्सा सहायता उपलब्ध हो सके। इसके अलावा, श्रद्धालुओं के लिए मंदिर परिसर में विश्राम स्थल और अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई हैं। ओआरएस के पाउच का भी वितरण कराया गया है।
मंदिर परिसर व चौकी और थानों पर भी ओआरएस के पैकेट बटवाये गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई प्राण प्रतिष्ठा के अलावा पुष्प वाटिका में पौधरोपण, ट्रस्ट अध्यक्ष के जन्मोत्सव व सरयू महोत्सव में भी शामिल होंगे।
सुरक्षा के जबरदस्त इंतजाम : एसएसपी गौरव ग्रोवर ने बताया कि कार्यक्रम को लेकर डीएम के साथ कई बार स्थलीय निरीक्षण किया गया है। लगातार जारी भी है। हमारे लिए वीआईपी के अलावा सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा महत्वपूर्ण है। सभी सुरक्षा उपकरणों के साथ हमारे जवान तैनात किए जाएंगे। मंदिर हो या फिर बाहर हर जगह सुरक्षा के ज़बरदस्त इंतजाम किए गए हैं। एटीएस और एसटीएफ की टीमें भी तैनात की गई हैं ताकि समारोह निर्विघ्न संपन्न हो।
पहली वर्षगांठ पर जुटे थे बड़ी संख्या में श्रद्धालु : 11 जनवरी 2025 को प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर भी तीन दिवसीय उत्सव किया गया था। इसमें देशभर से लाखों श्रद्धालु शामिल हुए थे। इस बार भी भव्य अनुष्ठान में भारी भीड़ की उम्मीद है।
अयोध्या में उत्सव का माहौल है। राम भक्तों में इस समारोह को लेकर विशेष उत्साह देखा जा रहा है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं, ताकि यह अनुष्ठान ऐतिहासिक और यादगार बन सके।
सीएम योगी के जन्मदिन पर संतों का सम्मान समारोह : अयोध्या की सबसे प्रतिष्ठित गद्दी के महंत कृपालु दास जी महाराज ने इस आयोजन को धर्म और संस्कृति दोनों का सौभाग्य बताया। उन्होंने कहा, जिस धरती पर भगवान श्रीराम का जन्म हुआ, वहां उनके दरबार की प्राण प्रतिष्ठा के दिन प्रदेश के मुख्यमंत्री का स्वयं मौजूद रहना एक स्वर्णिम संयोग है। प्राण प्रतिष्ठा की शुरुआत चक्रवर्ती महाराज दशरथ के महल से होगी, जिसे खास तौर पर फूलों से सजाया गया है। यह झांकी न केवल सौंदर्य का प्रतीक है, बल्कि गर्मी से राहत और अतिथि स्वागत की परंपरा भी दर्शाती है।
भाजपा करेगी सेवा, अस्पतालों में होगा फल वितरण : अयोध्या के पहले महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने बताया कि सीएम योगी के जन्मदिन और प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर भाजपा कार्यकर्ता अस्पतालों में फल वितरण करेंगे और सेवा के माध्यम से दिन को और पुण्यमय बनाएंगे।
सरयू जल कलश यात्रा और विशेष पूजा-पाठ : प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व 2 जून को महिलाओं द्वारा भव्य सरयू जल कलश यात्रा निकाली गयी। इसके बाद 3 से 5 जून तक विशेष अनुष्ठान, हवन व आध्यात्मिक क्रिया चलेगी।
- 3 और 4 जून को पूजा सुबह 6:30 से रात 9 बजे तक
- 5 जून को सुबह 5:30 बजे से प्राण प्रतिष्ठा समारोह
- मुख्य अनुष्ठान सुबह 11 बजे के बाद पूर्ण होगा
अयोध्या में चप्पा-चप्पा राममय, चाक-चौबंद सुरक्षा : फिलहाल अयोध्या के हर कोने को सजाया गया है। भगवा ध्वज, फूलों की सजावट, रंगोली, और दीपों की रोशनी से रामनगरी जगमगा रही है। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है, जिसे देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।
203 फीट ऊंचा राम मंदिर अब और भव्य : गौरतलब है कि 29 अप्रैल को राम मंदिर के शिखर पर 42 फीट ऊंचा धर्म ध्वजदंड स्थापित किया गया था, जिससे मंदिर की कुल ऊंचाई 203 फीट हो गई है। 5.5 टन वजनी यह पीतल का ध्वजदंड 60 कारीगरों ने 7 महीने में तैयार किया, जिसकी अनुमानित आयु 100 वर्षों तक मानी जा रही है।
तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की अपील
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बड़ा बयान जारी किया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि 3, 4 और 5 जून को किसी को आमंत्रित नहीं किया गया है, और श्रद्धालुओं से अपील की है कि प्राण प्रतिष्ठा शब्द सुनकर अयोध्या न आएं।
चंपत राय ने कहा कि इस आयोजन में केवल मंदिर से जुड़े पूजक और जिम्मेदार लोग ही शामिल होंगे। आम श्रद्धालु तभी आएं जब वे केवल रामलला के दर्शन के लिए आ रहे हों। उन्होंने बताया कि इस समय मौसम भी प्रतिकूल है, और राम दरबार तथा परकोटे में बने अन्य मंदिरों के दर्शन अभी आम श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध नहीं होंगे।
उन्होंने जानकारी दी कि 5 जून को राम दरबार और परकोटे के मंदिरों की प्राण प्रतिष्ठा होगी, जबकि 2 जून को शाम 4 बजे सरयू तट से जल कलश यात्रा निकलेगी और 3 जून को सुबह 6:30 बजे से अनुष्ठान प्रारंभ होगा। राम मंदिर निर्माण से जुड़ी कुछ तकनीकी और व्यवस्थागत बाधाएं अब भी सामने आ रही हैं, इसलिए फिलहाल श्रद्धालुओं को संयम रखने की अपील की गई है।