चंडीगढ़ः Haryana Politics हरियाणा के ऊर्जा एवं परिवहन मंत्री अनिल विज की अपनी ही सरकार से नाराजगी दूर नहीं हो रही। रविवार को रोहतक पहुंचे विज ने फिर बगावती तेवर दिखाए। अफसरशाही हावी होने से नाराज अनिल विज ने आज फिर मुख्यमंत्री नायब सैनी को निशाने पर लिया। विज ने कहा कि मुख्यमंत्री चाहें तो मेरा मंत्री पद छीन लें लेकिन वरिष्ठता और मेरी विधायकी नहीं छीन सकते। उन्होंने कहा, ”सात बार का विधायक हूं, अंबाला कैंट की जनता ने वोट देकर बनाया हूं। मंत्रिपद कोई छीनना चाहे तो छीन ले। मंत्री बनकर कोठी मैंने नहीं ली। केवल एक कार है। अब तो कार्यकर्ताओं ने कह दिया है कि अगर कार छीनी गई तो वे अपने पैसे से खरीद कर दे देंगे।”
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‘मुझे मुख्यमंत्री नहीं बनना, चाहता हूं सरकार ठीक से काम करे’
Haryana Politics विज ने कहा कि मैने कभी मुख्यमंत्री बनना नहीं चाहा, कभी मांग नहीं की और न ही किसी से कहूंगा। मैं चाहता हूं कि हरियाणा की भाजपा सरकार सही ढंग से काम करे। मुख्यमंत्री विधायकों, मंत्रियों व जनता की सुनें। 10 दिन पहले ही केबिनेट मंत्री श्याम सिंह राणा ने फोन करके मुझे कहा था कि यमुनानगर के अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे, एक बार फोन कर दीजिए। अब उनकी सुनवाई होने लगी है तो अच्छी बात है।
‘100 दिन बाद डीसी को हटाने का कोई मतलब नहीं’
विज ने मंत्री पद छोड़ने के सवाल पर कहा कि मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। वैसे भी मैंने मंत्री होने के बाद भी कोई सुविधाएं नहीं ले रखीं। मैंने कोठी नहीं ली। मैंने चुनाव जीतने के बाद ही खुले मंच से कहा था कि चुनाव में अधिकारियों ने मेरे खिलाफ काम किया है, मुझे चुनाव हारने की साजिश की गई, 100 दिन बाद अंबाला के डीसी को हटाने या न हटाने से कोई फर्क नहीं पड़ता।