भारत और पाकिस्तान तनावपूर्ण रिश्तों के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रात ने आज देश को संबोधित किया। उन्होंने कहा, बीते दिनों में हमने देश का सामर्थ्य और उसका संयम दोनों देखा है। मैं सबसे पहले भारत की पराक्रमी सेनाओं, सशस्त्र बलों, हमारी खुफिया एजेंसियों, हमारे वैज्ञानिकों को हर भारतवासी की तरह से सलाम करता हूं। हमारे वीर सैनिकों ने ऑपरेशन सिंदूर के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए असीम शौर्य का प्रदर्शन किया। मैं हमारे देश की हर माता को, देश की हर बहन को और देश की हर बेटी को यह वीरता, साहस, पराक्रम को आज समर्पित करता हूं। 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकियों ने जो बर्बरता दिखाई थी, उसने देश और दुनिया को झकझोर दिया था। छुट्टियां मना रहे निर्दोष मासूम नागरिकों को धर्म पूछकर उनके परिवार के सामने, उनके बच्चों के सामने बेरहमी से मार डाला गया था। यह आतंक का बहुत वीभत्स चेहरा था। क्रूरता थी। यह देश के सद्भाव को तोड़ने की घिनौनी कोशिश भी थी। मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से यह पीड़ा बहुत बड़ी थी।
बहन और बेटियों के माथों से सिंदूर हटाने का अंजाम
इस आतंकी हमले के बाद सारा राष्ट्र, हर नागरिक, हर वर्ग, हर समाज, हर राजनीतिक दल एक स्वर में आतंक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए उठ खड़ा हुआ। हमने आतंकवादियों को मिट्टी में मिलाने के लिए भारत की सेनाओं को पूरी छूट दे दी और आज हर आतंकी, आतंक का हर संगठन जान चुका है कि हमारी बहन और बेटियों के माथों से सिंदूर हटाने का अंजाम क्या होता है। पीएम मोदी ने कहा, ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ नाम नहीं है। यह देश के कोटि-कोटि लोग भावनाओं का प्रतिबिंब है। ऑपरेशन सिंदूर न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है। 6 मई की दूर रात, 7 मई की सुबह पूरी दुनिया ने इस प्रतिज्ञा को परिणाम में बदलते देखा है।
राष्ट्र सर्वोपरि होता है तो फौलादी फैसले लिए जाते हैं
भारत की सेनाओं ने पाकिस्तान में आतंक के ठिकानों पर, उनके ट्रेनिंग सेंटर्स पर सटीक प्रहार किया। आतंकियों ने सपने में भी नहीं सोचा था कि भारत इतना बड़ा फैसला ले सकता है, लेकिन जब देश एकजुट होता है, नेशन फर्स्ट की भावना से भरा होता है, राष्ट्र सर्वोपरि होता है तो फौलादी फैसले लिए जाते हैं। परिणाम लाकर दिखाए जाते हैं।