Panchayat Sachiv Strike: मांगों को लेकर आरपार की लड़ाई में पंचायत सचिव, धरनास्थल पर किया सुंदरकांड व हनुमान चालीसा का पाठ, शासन-प्रशासन की सदबुद्धि की कामना

Panchayat Sachiv Strike: मांगों को लेकर आरपार की लड़ाई में पंचायत सचिव, धरनास्थल पर किया सुंदरकांड व हनुमान चालीसा का पाठ, शासन-प्रशासन की सदबुद्धि की कामना

पाटनः Panchayat Sachiv Strike: छत्तीसगढ़ के पंचायत सचिवों की हड़ताल को अब करीब एक महीने होने को है। कोई सुनवाई नहीं होने की वजह शुक्रवार से क्रमिक भूख हड़ताल शुरु कर दी है, जो 11 से 20 अप्रैल तक की जाएगी। सचिवों ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने और सीधे पीएम मोदी से शिकायत करने का अल्टीमेटम दिया है। शनिवार को पाटन में पंचायत सचिवों ने आंदोलन स्थल पर हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर शासन-प्रशासन की सद्बुद्धि के लिए सुंदरकांड व हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। साथ ही अपने शासकीयकरण के लिए कामना किया गया।

पंचायत सचिव संघ के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष व दुर्ग जिलाध्यक्ष महेन्द्र कुमार साहू ने बताया कि आज आंदोलन का 27 वां दिन है। पूरे प्रदेश में चल रहे सुशासन तिहार के माध्यम जो आवेदन लिया जा रहा है, वह पंचायत सचिवों के आंदोलन में चले जाने से मात्र खाना पूर्ति बस हो के रह गया है। शासन के योजनाओ को जनमानस तक पहुंचाने वाला कोई नहीं है। सुशासन त्यौहार फीका साबित हो रहा है।

प्रांतीय महामंत्री यशवंत आडिल, ब्लाक अध्यक्ष प्रदीप चंद्राकर, गिरधर वर्मा, बिहारी साहू, द्वारिका यादव सहित अन्य सचिवों का कहना है कि नवनिर्वाचित सरपंचों का प्रभार नहीं हुआ है। सरपंचों का प्रभार हुआ है, वहां बैंक खाता संचालन रुका हुआ है। डीएससी, 15वें वित्त GPDP, प्रधानमंत्री आवास योजना,जन्म, मृत्यु, विवाह,पंजीयन, आय जाति, निवासी प्रमाण पत्र,आयुष्मान कार्ड, आवास प्लस सर्वें,राशनकार्ड, नल जल, मनरेगा सहित 29 विभाग के 200 प्रकार के कार्य प्रभावित है।


Related Articles