पाकिस्तान की महिला ने अटारी बॉर्डर पर बेटी को दिया जन्म, बच्ची का नाम सुनकर आप भी कहेंगे वाह!

पाकिस्तान की महिला ने अटारी बॉर्डर पर बेटी को दिया जन्म, बच्ची का नाम सुनकर आप भी कहेंगे वाह!

अमृतसर। पाकिस्तान के सिंध प्रांत से पलायन कर आई एक महिला ने अटारी सीमा के नजदीक बच्चे को जन्म दिया है। यह हिंदू परिवार पाकिस्तान से पलायन कर यहां पहुंचा है। अटारी सीमा के नजदीक बच्ची का जन्म होने के कारण उसका नामकरण भारती किया गया है। इससे पूर्व 2021 में भी अटारी सीमा के पास एक पाकिस्तानी महिला ने बच्चे को जन्म दिया था, जिसका नाम बॉर्डर रखा गया था।

दरअसल, पाकिस्तान से हिंदुओं के पलायन का क्रम जारी है। 149 सिंधी हिंदुओं का जत्था अटारी सीमा पर पहुंचा। जत्थे में आई खानू नामक व्यक्ति की पत्नी माया को इमिग्रेशन जांच के दौरान प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। इमिग्रेशन अधिकारियों ने माया को तत्काल अटारी स्थित सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया।

यहां डॉक्टरों ने उसका सुरक्षित प्रसव किया। माया ने बेटी को जन्म दिया। खानू के अनुसार वह दो बेटों और सात बेटियों का पिता है। पाकिस्तान में जुल्म जबर से हिंदी परिवार तंग हैं। वहां परिवार का भरण पोषण करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था।

यही कारण है कि वह पाकिस्तान छोड़कर भारत में बसने को आए हैं। बेटी का जन्म चूंकि भारतीय सीमा में हुआ है इसलिए उसका नाम भारती रखा गया। डाक्टरों के अनुसार जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं, इसलिए इन्हें छुट्टी दे दी गई है।

खानू ने बेटी के जन्म पर अस्पताल में बांटी मिठाई

खानू ने बताया कि उन्हें खुशी है कि बेटी का जन्म अटारी सीमा के समीप हुआ है। वह भारती है और हमारे लिए यह नाम गौरवान्वित करने वाला है। खानू ने बेटी के जन्म पर अस्पताल में मिठाई भी बांटी। यहां उल्लेख करना जरूरी है कि कोरोना काल में सिंध के ही पाकिस्तान से भारत आई महिला निंबू बाई ने बेटे को जन्म दिया था।

निंबू रानी अपने परिवार के साथ रिश्तेदारों से मिलने भारत आई थी, लेकिन कोरोना के कारण पाकिस्तान ने उन्हें वापस आने की अनुमति प्रदान नहीं की। ऐसे में रानी सहित 99 पाकिस्तानी नागरिक अटारी गांव में डेरा जमाकर पाकिस्तान की हरी झंडी मिलने का इंतजार करने लगे थे।

इस दौरान निंबू बाई ने बेटे को जन्म दिया। उसकी डिलीवरी की प्रक्रिया अटारी गांव की कुछ महिलाएं ने कीं। इसके बाद उसे अस्पताल में दाखिल करवाया गया था। बॉर्डर के बिल्कुल समीप जन्मे नवजात का नाम बॉर्डर ही रखा गया था।

भारती को भी मिलेगी भारत की नागरिकता

वीरवार को जन्मी बच्ची की नागरिकता के लिए समस्या हो सकती है। बॉर्डर के जन्म के बाद केंद्र सरकार व प्रशासन की सक्रियता के कारण एक माह में नागरिकता मिल गई थी। अब भारती को भारतीय नागरिकता मिलने की चिंता परिवार को सता रही है। हालांकि, बॉर्डर की तरह ही भारती को भी नागरिकता मिल ही जाएगी, क्योंकि उसका जन्म भारत में हुआ है।


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