छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने आज भिलाई में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने् पहलगाम हमले की तुलना झीमरघाटी हत्याकांड से कर दी। उन्होंने कहा कि दोनों ही घटना में सरकारों की इंटेलीजेंस फेल थी और जिस तरह पहलगाम में हिन्दुओं का धर्म पूछकर गोली मारी। ठीक उसी तरह झीमरघाटी में भी कांग्रेसियों के नाम पूछ-पूछ कर मारा गया।
उन्होंने कहा कि आतंकवाद से लड़ने कांग्रेस सहित सभी राष्ट्रीय और प्रादेशिक दल भारत सरकार के साथ है, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि भाजपा इस आपदा में अवसर ढूंढ रही है। सोशल मीडिया में गलत ढंग से प्रचारित कर रही है। उन्होंने कहा कि पहलगाम मामले में जिम्मेदारी तय होनी चाहिए कि इस घटना में मारे गए 28 मृतकों के परिवार को न्याय कब मिलेगा।
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने इस मौके पर कल होने वाली संविधान बचाओ रैली के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत सरकार नेशनल हेराल्ड मामले में जानबूझकर कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं को बदनाम किया जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब-जब कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन होता है, तब-तब कांग्रेस के नेताओं को ईडी, आईटी और सीबीआई परेशान करने पहुंचती है।
बता दें कि बीते दिन 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 28 पर्यटकों का कत्लेआम कर दिया गया है, जिसके बाद से पूरे देश में गुस्से और शोक का माहौल है। पाकिस्तानी आतंकी संगठन ने इस हमलेकी जिम्मेदारी ली है, जिसके बाद से पूरे देश के लोग पाकिस्तान पर हमले की मांग कर रहे हैं। केंद्र सरकार ने इसे लेकर आज सर्वदलीय बैठक भी बुलाई है।