कर्रेगुट्टा के पहाड़ पर 31 नक्सलियों की मौत से नक्सलवाद हिल गया है. सरकार द्वारा नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के डर से नक्सली शांतिवार्ता की अपील कर रहे हैं. नक्सलियों ने बुधवार को फिर से एक पत्र लिखा है, जिसके जरिए युद्ध विराम और शांतिवार्ता की अपील की गई है. नक्सलियों का यह 5वां लेटर है. उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से अनुरोध किया है. उनका कहना है कि वो हथियार डालकर मुख्यधारा में जुड़ना चाहते हैं.
नक्सलियों की केंद्रीय समिति के प्रवक्ता अभय ने पत्र जारी किया है. जिसमें लिखा है कि नक्सली शांतिवार्ता के लिए हर वक्त तैयार हैं. नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री मंत्री विजय शर्मा को लेकर कहा कि वह शर्तों के साथ शांतिवार्ता चाहते हैं, केंद्रीय गृह मंत्री के पहल से ही शांति वार्ता हो सकती है.
सरकार अपनी स्थिति स्पष्ट करे
अभय ने कहा है कि शांतिवार्ता के लिए केंद्र की मोदी सरकार तैयार है या नहीं, वो अपनी स्थिति स्पष्ट करें. नक्सली इससे पहले भी चार बार खत लिखकर शांतिवार्ता की बात कह चुके हैं. माओवदी संगठन के केंद्रीय प्रवक्ता अभय ने कहा है कि शांतिवार्ता के मामले में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की प्रतिक्रिया आनी चाहिए. उनकी प्रतिक्रिया से ही स्पष्टता आएगी. उसने स्वीकार किया कि कर्रेगुट्टा की पहाड़ी पर 26 नक्सली मारे गए हैं.
हथियार छोड़ने को तैयार
माओवादी संगठन शांतिवार्ता के लिए तैयार है. माओवादी संगठन हथियार छोड़कर मुख्यधारा में आने की बात करेंगे, लेकिन इलाके में 7 लाख से अधिक जवानों का घेरा रहने के कारण संगठन की बैठक करने में असमर्थ हो रहे हैं.
24 दिन के ऑपरेशन में 31 नक्सलियों की मौत
छ्त्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर के कर्रेगुट्टा के पहाड़ पर 24 दिनों तक चले ऑपरेशन में फोर्स ने 31 नक्सलियों को मार गिराया है. इनमें से 28 नक्सलियों की पहचान हो गई है. इनमें 16 महिला नक्सली और 15 पुरुष नक्सली शामिल हैं. सभी नक्सलियों की डेड बॉडी रिकवर कर ली गई है. ऑपरेशन से सारे जवान लौट आए हैं. हालांकि, इस ऑपरेशन में 18 जवान भी घायल हो गए. इस साल अब तक 197 नक्सलियों को ढेर किया, जबकि इस वर्ष अब तक 718 नक्सलियों ने सरेंडर कर चुके हैं. उन्होंने बताया कि 45 डिग्री गर्मी में जवानों ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया.