मुंगेली में कुआं साफ करने उतरे दो लोगों की मिथेन गैस के चपेट में आने से मौत हो गई। पूरा मामला सीटी कोतवाली क्षेत्र के खेड़ा गांव का है। जहाँ पर आज कुआं साफ करने पुरुषोत्तम निषाद पहले नीचे उतरा लेकिन उसके ऊपर नहीं आने पर उसका चाचा दिनेश निषाद कुछ देर बाद उसे देखने कुएं के नीचे गया और वो भी नहीं ऊपर आया। बताया जा रहा है कि जब थोड़ी देर बाद दोनों लोगों की लाश पानी के ऊपर आ गया। उसके बाद गांव में अफरातफरी मच गयी और प्रशासन को सूचना दी गई। जहां पर पुलिस और एसडीआरएफ की टीम पहुंच कर कुएं से दोनों शव को निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की कार्यवाही में जुट गई है। फिलहाल गांव में मातम का माहौल हैं।
12 जुलाई को बिलासपुर में भी हुई थी ऐसी ही घटना
इसके पहले 12 जुलाई को बिलासपुर के कोटा ब्लॉक के करहीकछार ग्राम पंचायत के दीपरापारा गांव में शुक्रवार को कुएं की सफाई करते समय दो भाइयों की मौत हो गई थी। जानकारी के अनुसार, दिलीप पटेल (35) गाँव के एक कुएँ में सफाई करने गया था। जैसे ही वह डूबने लगा, उसका भाई दिनेश भी कुएँ में उतर गया। हालाँकि, ऑक्सीजन की कमी के कारण दोनों की मौत हो गई। शुरुआती जाँच के अनुसार, कुएँ में कोई ज़हरीली गैस लीक हो गई होगी और भाई-बहन ने उसे साँस के ज़रिए अंदर ले लिया होगा, जिससे उनकी मौत हो गई।
बेलगहना के पुलिस चौकी प्रभारी राज सिंह ने बताया कि, “प्रारंभिक जांच के अनुसार, ऐसा लगता है कि कुएं में किसी प्रकार की जहरीली गैस लीक हुई होगी, जिससे भाई-बहन की मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा।” नगर सैनिक की एक टीम ने शवों को कुएं से बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
8 जुलाई को भी कुएं में डूबे थे बाप बेटे
इससे पहले 8 जुलाई को बिलासपुर के सीपत इलाके में एक व्यक्ति और उसके बेटे की कुएं में गिरने से मौत हो गई थी। सीपत थाना अंतर्गत ऊनी गाँव निवासी कैलाश गोस्वामी (40) ने अपने घर के पीछे एक गोलाकार कुआँ बनवाया था। नौवीं कक्षा में पढ़ने वाला उनका बेटा, मेंढक निकालने की कोशिश में कुएं में गिर गया।
जैसे ही उसका बेटा डूबने लगा, कैलाश उसे बचाने के लिए कुएं में कूद गया, लेकिन दोनों डूब गए।