रायपुरः Balodabazar Violence Case छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार हिंसा केस में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव 7 महीने बाद जेल से रिहा हुए। देवेंद्र को सुप्रीम कोर्ट से 20 फरवरी को बेल मिली थी। वे 17 अगस्त से जेल में बंद थे। वहीं भीम आर्मी के नेता प्रमुख समेत 112 लोगों को भी हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है।
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Balodabazar Violence Case रायपुर सेंट्रल जेल के बाहर यादव के समर्थक उनके स्वागत के लिए बड़ी संख्या में पहुंचे हैं। जेल से देवेन्द्र सीधे भिलाई जाएंगे। यहां खुर्सीपार में आयोजित स्वागत कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसमें बलौदाबाजार हिंसा मामले से जमानत पर रिहा हुए सतनामी समाज के लोग पहुंच रहे हैं। इसके अलावा यादव समाज के लोग भी मौजूद रहेंगे।
देवेंद्र यादव ने सुप्रीम कोर्ट में क्या दलील दी
Balodabazar Violence Case विधायक देवेंद्र यादव की ओर से सुप्रीम कोर्ट में अपने बचाव में कहा गया कि बलौदाबाजार हिंसा घटना वाले दिन वह सिर्फ सभा में शामिल हुए, लेकिन वो मंच पर नहीं गए, उन्होंने मंच से कोई भाषण नहीं दिया। इसलिए यह नहीं कहा जा सकता कि उन्होंने भीड़ को उकसाया होगा। कार्यक्रम में शामिल होने और वापस लौट जाने का समय हिंसक घटना के समय से बिल्कुल अलग है। जहां हिंसक घटना हुई, वहां देवेंद्र यादव मौजूद नहीं थे। उनकी गिरफ्तारी भिलाई स्थित उनके घर से हुई जो की घटनास्थल से कई किलोमीटर दूर है। पुलिस की कार्रवाई पूरी तरह से गलत और राजनीति से प्रेरित है।