महाराष्ट्र के मंत्री गिरीश महाजन की पत्नी साधना जामनेर नगरपालिका की निर्विरोध नगराध्यक्ष चुनी गईं हैं। मंत्री की पत्नी साधना महाजन आठ पार्षदों के साथ बिना किसी विरोध के मेयर चुनी गईं। नगराध्यक्ष पर चुनाव लड़ रहे राष्ट्रवादी शरद पवार ग्रुप, कांग्रेस और शिवसेना शिंदे ग्रुप के उम्मीदवारों ने नाम अपना नाम वापस ले लिया था। इसके बाद उन्हें निर्विरोध नगराध्यक्ष चुन लिया गया।
कई साल से गिरीश महाजन के परिवार का है कब्जा
जामनेर म्युनिसिपैलिटी जलगांव जिले की पहली म्युनिसिपैलिटी है जिसका नगराध्यक्ष बिना किसी विरोध के बना है। जलगांव जिले की जामनेर नगर पालिका कई सालों से गिरीश महाजन के अकेले कंट्रोल में है। जामनेर शहर मंत्री गिरीश महाजन का गढ़ है। यहां से वे आठ बार विधायक चुने गये हैं।
विपक्ष ने बीजेपी पर लगाया गंभीर आरोप
वहीं, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) ने शनिवार को बीजेपी पर आरोप लगाया कि उसने महाराष्ट्र में आगामी स्थानीय निकाय चुनावों को ‘‘परिवार पहले’’ का मामला बना दिया है और भाजपा नेताओं के रिश्तेदारों की निर्विरोध जीत सुनिश्चित की जा रही है। उनके विरोधियों को मैदान से हटने पर मजबूर किया जा रहा है।
कांग्रेस विधायक दल के नेता विजय वडेट्टीवार ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन द्वारा दबाव की रणनीति और सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग के माध्यम से लोकतंत्र को “कुचला” जा रहा है। वहीं, भाजपा ने कांग्रेस और शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा पर पलटवार करते हुए उन्हें वंशवाद की पार्टियां करार दिया और आरोपों से इनकार किया। वडेट्टीवार ने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं के रिश्तेदार नगरपालिका परिषदों और नगर पंचायतों में निर्विरोध चुने गए हैं, जहां दो दिसंबर को चुनाव होने हैं।
बीजेपी ने 100 पार्षद निर्विरोध जीतने का किया दावा
वहीं, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रवींद्र चव्हाण ने स्थानीय निकाय चुनावों के मद्देनजर राज्य भर में नगर पालिका परिषदों और नगर पंचायतों में सत्तारूढ़ पार्टी के 100 पार्षदों के निर्विरोध निर्वाचन का दावा किया है। भाजपा ने कांग्रेस और राकांपा (शरदचंद्र पवार) द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज किया है।
