रायबरेली। डलमऊ के गंगा घाट पर रविवार की सुबह अस्थियां विसर्जन करने आये नौ श्रद्धालु गंगा नदी में डूबने लगे। इससे वहां तेजी से शोर हुआ। शोर शराबे की आवाज सुनकर स्थानीय गोताखोरों ने छह श्रद्धालुओं को पानी से सही सलामत बाहर निकाल लिया जबकि तीन की हालत गंभीर होने पर डलमऊ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भर्ती कराया जहां पर उन्होंने दम तोड़ दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद रायबरेली में गंगा में डूबने से हुए हादसे का संज्ञान लिया है। उन्होंने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने और घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। साथ ही, घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है।
मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को मामले की सूचना दी है। इसके बाद शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया गया है। वही श्रद्धालुओं की मौत की खबर सुनकर परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
रविवार को करीब 8:30 बजे अमेठी जिले गौरीगंज थाना क्षेत्र के पालपुर गांव निवासी रामकिशोर कौशल जिनकी की मृत्यु शुक्रवार को हुई थी। उनकी अस्थियां विसर्जन करने के लिए उनके परिवार के ही चंद्रमा कौशल (62 वर्ष) पुत्र रामकिशोर, चंद कुमार (60 वर्ष) पुत्र रामकिशोर, चंद्रप्रकाश पुत्र (55 वर्ष)रामकिशोर, विधि चंद (45 वर्ष) पुत्र पारसनाथ, बालचंद (42 वर्ष)पुत्र पारसनाथ, धर्मचंद (40 वर्ष) पुत्र पारसनाथ, आयुष (19 वर्ष) पुत्र विधि चंद, अनिल (49 वर्ष)पुत्र मुन्ना प्रसाद, आर्यन (12 वर्ष) पुत्र बालचंद एक साथ गंगा में डूब गए थे।
चीख पुकार सुनकर लोग जमा हो गए और बचाव के उपाय किए जाने लगे इसमें से स्थानीय गोतखोरों ने छह श्रद्धालुओं को पानी से सही सलामत बाहर निकाल लिया। इसमें आर्यन, बालचंद, चंद कुमार की हालत गंभीर होने पर डलमऊ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भर्ती कराया। जहां पर उनकी मौत हो गई । पलिस ने तीनों शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया। इस घटना की सूचना पुलिस ने परिजनों को दे दी है। पुलिस को इस मामले की तहरीर नहीं दी गई।