Mahtari Vandan Yojana: छत्तीसगढ़ में महतारी वंदन योजना की 22वीं किस्त जारी, 67 लाख महिलाओं को मिला ₹635 करोड़

Mahtari Vandan Yojana: छत्तीसगढ़ में महतारी वंदन योजना की 22वीं किस्त जारी, 67 लाख महिलाओं को मिला ₹635 करोड़

Mahtari Vandan Yojana: छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी महतारी वंदन योजना के तहत आज 22वीं किस्त का वितरण किया गया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में बटन दबाकर 67 लाख से अधिक महिलाओं के बैंक खातों में कुल 634.65 करोड़ रुपये की राशि अंतरण की।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह योजना माताओं और बहनों के सम्मान, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की दिशा में राज्य सरकार की मजबूत प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

“महिलाएँ परिवार और प्रदेश की उन्नति की आधारशिला”- CM साय

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (cm vishnu dev sai) ने कहा कि छत्तीसगढ़ की महिलाएँ परिवार, समाज और राज्य की प्रगति की मूल शक्ति हैं। इसलिए सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि हर पात्र महिला को समय पर आर्थिक सहायता मिले, ताकि उनके परिवारों के पोषण, स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़े खर्चों में सहूलियत हो।

सीएम साय ने कहा, “महतारी वंदन योजना सिर्फ आर्थिक मदद नहीं, बल्कि माताओं के प्रति हमारे सम्मान और कृतज्ञता का प्रतीक है। यह सहायता उनके जीवन में स्थायी परिवर्तन ला रही है।”

पारदर्शिता और समयबद्धता पर सरकार का जोर

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार का उद्देश्य है कि कोई भी पात्र हितग्राही इस योजना से वंचित न रहे। DBT के माध्यम से हर माह राशि सीधे खाते में पहुंचने से न केवल पारदर्शिता बढ़ी है, बल्कि प्रक्रिया तेज और सरल हुई है।

उन्होंने कहा कि आने वाले समय में यह योजना लाखों परिवारों के जीवन में सकारात्मक बदलाव का आधार बनेगी और प्रदेश के सामाजिक-आर्थिक विकास को नई दिशा देगी।

अब तक 13,671.68 करोड़ की सहायता दी गई

महतारी वंदन योजना 1 मार्च 2024 को शुरू की गई थी। इसके बाद से अब तक 21 किस्तों के माध्यम से कुल 13,671.68 करोड़ रुपये महिलाओं को प्रदान किए जा चुके हैं।

22वीं किस्त के अंतर्गत-

  • 67,78,674 महिलाओं के खाते में राशि जमा
  • 67,71,012 हितग्राहियों को 633.89 करोड़ जारी
  • नयड नेल्ला नार क्षेत्र की 7,662 महिलाओं को 76.30 लाख रु. दिए गए
  • कुल DBT अंतरण: 634.65 करोड़ रुपये

यह निरंतर सहायता परिवारों की आर्थिक स्थिरता को मजबूत कर रही है और ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों की महिलाओं के जीवन में ठोस परिवर्तन ला रही है। योजना की सफलता यह साबित करती है कि नियमित वित्तीय सहायता महिलाओं के निर्णय-क्षमता, सम्मान और आत्मनिर्भरता को बढ़ाने में प्रभावी भूमिका निभा रही है।

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