उज्जैन: Luteri Dulhan: एक फ़िल्मी साज़िश की तरह उज्जैन ज़िले के बिछड़ोद गांव में एक युवक की ज़िंदगी में ख़ुशियों के बदले धोखा आ गया। शादी के महज़ दो दिन बाद ही उस युवक को न केवल अपनी दुल्हन की असलियत जाननी पड़ी बल्कि उसे पुलिस के हवाले भी करना पड़ा। यह कोई साधारण पारिवारिक विवाद नहीं बल्कि सुनियोजित धोखाधड़ी का मामला निकला जिसमें दूल्हे के दूर के रिश्तेदार ने ही उसे फँसाया। पुलिस ने मामले में पाँच लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है जिनमें से चार आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया गया है।
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बिछड़ोद गांव निवासी 35 वर्षीय संजय बैरागी पेशे से ड्राइवर है और लंबे समय से उसका विवाह नहीं हो पा रहा था। इसी बीच उसके दूर के मौसा विष्णुदास ने संजय के परिवार से संपर्क कर इंदौर की एक लड़की से रिश्ता कराने की बात कही। संजय और उसके परिजन रिश्ते की तलाश में बड़वाह पहुँचे, जहाँ दो युवतियों को दिखाया गया। इनमें से संजय को लक्ष्मीपुरा मरीमाता, इंदौर की रहने वाली भावना मराठे पसंद आई। भावना ने वीडियो कॉल के ज़रिए संजय के घर और परिवार को देखा और विवाह के लिए हामी भर दी। इसके बाद भावना के परिजनों ने संजय से शादी की प्रक्रिया के नाम पर अलग-अलग बहानों से पैसे माँगने शुरू किए। पहले गाड़ी से आने के लिए 11 हज़ार रुपए ऑनलाइन मँगवाए गए, फिर शादी के दिन 1 लाख 80 हज़ार रुपए नकद लिए गए। कुल मिलाकर संजय से 1 लाख 91 हज़ार रुपए की वसूली कर ली गई।
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16 जून को संजय और भावना की शादी पारंपरिक तरीक़े से करवा दी गई। लेकिन शादी के बाद भावना का व्यवहार संजय और उसके परिवार को खटकने लगा। पहले ही दिन भावना ने तबीयत ख़राब होने का बहाना बनाकर संजय से दूरी बना ली। दूसरे दिन उसने माहवारी का हवाला देकर फिर से अलग रहने की बात कही। परिवार को संदेह होने लगा कि कुछ गड़बड़ है।
18 जून की रात भावना की एक फ़ोन कॉल ने पूरे मामले की पोल खोल दी। भावना ने एक महिला से फ़ोन पर कहा की मेरा यहाँ दम घुट रहा है मुझे यहाँ से निकालो। जवाब में महिला ने कहा की लड़की को इंदौर छोड़ दो। परिजन पूरी तरह सतर्क हो गए। अगली सुबह जब दो महिलाएँ भावना को लेने बिछड़ोद गांव पहुँचीं, तो संजय और उसके परिवार ने उन्हें रोका और भावना को कमरे में बंद कर पुलिस को सूचना दी।
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सूचना मिलते ही घट्टिया थाना पुलिस मौके पर पहुँची और भावना सहित सभी संदिग्धों को थाने ले जाकर पूछताछ शुरू की। जाँच के दौरान जो सच्चाई सामने आई उसने सभी को चौंका दिया। भावना मराठे, विष्णुदास, सुधा पांडे और सोनू रायकवार सभी एक संगठित लुटेरी दुल्हन गिरोह का हिस्सा निकले। इन लोगों का उद्देश्य शादी के नाम पर पैसे ऐंठना और फिर बहाने से ससुराल से भाग जाना था। पुलिस ने इन चारों आरोपियों के ख़िलाफ़ भारतीय दंड संहिता की धाराएँ 318(4), 316(2), और 61(2) के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ़्तार कर लिया है। पूछताछ के दौरान इस गिरोह के एक और सरगना का नाम भी सामने आया है, जिसकी तलाश में पुलिस की टीम लगातार छापेमारी कर रही है।
चौंकाने वाली बात यह रही कि इस ठगी में संजय का ही दूर का मौसा विष्णुदास मुख्य भूमिका में था। उसी ने शादी का प्रस्ताव दिया लड़की दिखवाई और पूरे गिरोह को संजय के घर तक पहुँचाया। यह दर्शाता है कि अब ऐसे गैंग सीधे भोलेभाले ग्रामीणों को निशाना बना रहे हैं जिनकी शादी की उम्र निकलती जा रही है और जो जल्दी में कोई भी प्रस्ताव स्वीकार कर लेते हैं।