मुजफ्फरनगरः श्रावण मास में लाखों की संख्या में भगवान शिव के भक्त कांवड़ लेकर आते हैं और भगवान शिव को गंगा जल अर्पित करते हैं। कांवड़ियों के आगमन को ध्यान में रखते हुए मुजफ्फरनगर में प्रशासन की ओर से बड़े स्तर पर तैयारियां की गई हैं। प्रशासन में कावड़ यात्री मार्ग पर सभी नॉनवेज होटल पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं। होटल संचालकों ने भी प्रशासन की अपील को गंभीरता से लेते हुए अपने-अपने प्रतिष्ठानों पर तिरपाल डाल दिए हैं। इसके साथ ही सभी शराब दुकानों को बंद कर दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार कावड़ मेल को देखते हुए 2000 से अधिक पुलिस फोर्स को तैनात किया जाएगा। साथ ही 5000 से अधिक सीसीटीवी कैमरो को कावड़ मार्ग पर लगाया जा रहा है। ये सभी 500 कैमरे हाईटेक बताए जा रहे हैं, जो 100 मीटर की दूरी से किसी भी गाड़ी के नंबर कैच कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि संवेदनशील कावड़ मार्ग पर लगातार ड्रोन कैमरा की मदद से मकान की छतों पर निगरानी रखी जाएगी। साथ ही एसएसपी मुजफ्फरनगर संजय कुमार वर्मा का साफ तौर पर कहना है कि कावड़ मेले के दौरान जो भी अराजक तत्व अराजकता फैलाते हुए कैमरों में कैद होंगे उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कांवड़ यात्रा के कारण 11 जुलाई से दिल्ली-देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग और गंगा नहर मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी, जबकि, 18 जुलाई से सभी प्रकार के वाहनों पर रोक रहेगी। अफसरों की मानें तो कांवड़ यात्रा अवधि के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग का एक हिस्सा केवल ‘कांवड़ियों’ (तीर्थयात्रियों) के लिए आरक्षित रहेगा। कांवड़ यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए उत्तर प्रदेश रोडवेज 60 विशेष बसें चलाएगा। राज्य स्वास्थ्य विभाग मुजफ्फरनगर जिले में 43 चिकित्सा शिविर लगाएगा, जिसमें तीर्थयात्रियों के मार्गों पर आवश्यक दवाएं उपलब्ध होंगी।