Chief Justice Surya Kant: जस्टिस सूर्यकांत बने देश के 53वें CJI, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने दिलाई शपथ

Chief Justice Surya Kant: जस्टिस सूर्यकांत बने देश के 53वें CJI, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने दिलाई शपथ

Chief Justice Surya Kant: नई दिल्ली: जस्टिस सूर्यकांत ने सोमवार सुबह 10 बजे भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर शपथ ले ली है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें सीजेआई के पद पर शपथ दिलाई। जोहांसबर्ग से जी-20 समिट अटेंड करके लौटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस समारोह में शामिल हुए। जस्टिस सूर्यकांत के सीजेआई पद पर शपथ के साथ ही देश के सबसे ऊंचे ज्यूडिशियल ऑफिस में उनके 14 महीने के कार्यकाल की शुरुआत हो गई। नए सीजेआई का शपथ होने के साथ ही ये समारोह संपन्न हो गया।

जस्टिस सूर्यकांत देश के 53वें सीजेआई

राष्ट्रपति ने सीजेआई गवई की सिफारिश के बाद ‘संविधान के आर्टिकल 124 के क्लॉज (2) द्वारा दी गई शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए’ जस्टिस सूर्यकांत को भारत का अगला चीफ जस्टिस नियुक्त किया था। जस्टिस गवई ने रविवार को 65 साल की उम्र में सीजेआई का पद छोड़ दिया, ने सुप्रीम कोर्ट के सबसे सीनियर जज को अपना उत्तराधिकारी बनाने की परंपरा को बनाए रखा।

हरियाणा में हुआ सीजेआई सूर्यकांत का जन्म

सीजेआई सूर्यकांत का जन्म 10 फरवरी, 1962 को हरियाणा के एक मिडिल क्लास परिवार में हुआ था। उन्होंने 1984 में हिसार से अपनी लॉ यात्रा शुरू की और फिर पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में प्रैक्टिस करने के लिए चंडीगढ़ चले गए। इस दौरान उन्होंने कई तरह के संवैधानिक, सर्विस और सिविल मामलों को संभाला, जिसमें यूनिवर्सिटी, बोर्ड, कॉर्पोरेशन, बैंक और यहां तक कि खुद हाई कोर्ट को भी रिप्रेजेंट किया।जुलाई 2000 में सूर्यकांत को हरियाणा का सबसे कम उम्र का एडवोकेट जनरल बनाया गया। इसके बाद, 2001 में उन्हें सीनियर एडवोकेट बनाया गया और 9 जनवरी 2004 को पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट का परमानेंट जज बनाया गया। बाद में, उन्होंने अक्टूबर 2018 से 24 मई 2019 को सुप्रीम कोर्ट में अपनी पदोन्नति तक हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के तौर पर काम किया। नवंबर 2024 से वे सुप्रीम कोर्ट लीगल सर्विसेज कमेटी के चेयरमैन के तौर पर काम कर रहे हैं।


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