Holi 2025: होली पर चंद्रमा की पूजा से दूर होंगे कष्ट, मिलेगा सौभाग्य और खुशहाली का वरदान!

Holi 2025: होली पर चंद्रमा की पूजा से दूर होंगे कष्ट, मिलेगा सौभाग्य और खुशहाली का वरदान!

होली हिंदू धर्म का बहुत ही पावन त्योहार है. फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि पर देश भर में बड़े उत्साह और उमंग के साथ होली का त्योहार मनाया जाता है. होली के दिन हर तरफ रंग ही रंग नजर आते हैं. इस दिन लोग एक दूसरे को रंग लगाकर गले लगाते हैं. होली का ये त्योहार दो दिनों तक चलता है. पहले दिन सुबह के समय होलिका की पूजा होती है. फिर शुभ मुहूर्त में शाम को या रात में होलिका का दहन किया जाता है. इसके अगले दिन रंगों से होली खेली जाती है.

चंद्र देव की होती है पूजा

होली के त्योहार पर होलिका दहन के दिन चंद्र देव की पूजा भी की जाती है. होली पर चंद्र देव की पूजा की परंपरा सदियों से चली आ रही है. होली पर चंद्र देव की पूजा का विशेष महत्व हिंदू धर्म शास्त्रों में बताया गया है. हिंदू मान्यताओं के अनुसार, इस दिन रात में चंद्र देव की पूजा करने से सौभाग्य और धन की प्राप्ति होती है. साथ ही चंद्र देव से सुख शांति और समृद्धि का आर्शीवाद भी मिलता है.

इस साल कब है होली?

हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 13 मार्च को सुबह 10 बजकर 35 मिनट पर हो रही है. वहीं इस तिथि का समापन अगले दिन 14 मार्च को दोपहर 12 बजकर 23 मिनट पर हो जाएगा. ऐसा में इस साल होलिका दहन 13 मार्च को किया जाएगा और रंगों की होली 14 तारीख को खेली जाएगी.

ऐसे करें चंद्र देव की पूजा

  • होलिका दहन की रात को सबसे पहले उस जगह पर जाना चाहिए, जहां आसानी से चंद्रमा नजर आ जाए.
  • इसके बाद चंद्र देव का पूजन करने के लिए एक थाली लेनी चाहिए. संभव हो तो चांदी की थाली लें.
  • फिर थाली में छुहारे, मखाने, साबूदाने की खीर, सफेद रंग की मिठाई, तांबे के लोटे में दूध, घी का दिया और कुछ अगरबत्ती रखनी चाहिए.
  • फिर चंद्र देव को अर्घ्य देते समय दूध अर्पित करना चाहिए.
  • उन्हें सफेद रंग की मिठाई और साबूदाने की खीर का भोग लगाना चाहिए.
  • अंत में उनसे धन-समृद्धि के लिए प्राथना करनी चाहिए.
  • छुहारे और मखाने को प्रसाद के रूप में वितरित करना चाहिए.


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