MP Weather Update: भोपाल। मध्य प्रदेश में लगातार तेज बारिश का दौर चल रहा है। आज भी बारिश का दौर जारी रहेगा। मौसम विभाग ने बुधवार को 18 जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मंगलवार को ग्वालियर, भोपाल, इंदौर समेत 25 से ज्यादा जिलों में बारिश हुई। सबसे ज्यादा ग्वालियर में 2.3 इंच पानी गिर गया। पिछले एक सप्ताह से जबरदस्त बारिश की वजह से नदी-नाले उफान पर हैं। मंगलवार को ऐसी स्थिति तो नहीं रही, लेकिन बुधवार से सिस्टम फिर स्ट्रॉन्ग हो रहा है।
आज इन जिलों में होगी बारिश
आज रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, शहडोल और अनूपपुर में अति भारी बारिश का अलर्ट है। 24 घंटे में यहां 8 इंच तक बारिश हो सकती है। ग्वालियर, मुरैना, भिंड, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, उमरिया, डिंडौरी, मंडला और बालाघाट भारी बारिश की चेतावनी है। बाकी बचे जिलों में भी हल्की बारिश और गरज-चमक का अलर्ट है।
मध्यप्रदेश में अब तक 18.2 इंच बारिश
मौसम विभाग के आकड़े के अनुसार इस मानसूनी सीजन में मध्यप्रदेश में औसत 18.2 इंच बारिश हो गई है, जो कोटे से आधी है। अब तक की औसत बारिश से यह 72% यानी 5.6 इंच ज्यादा है। अब तक 10.6 इंच पानी गिरता है। निवाड़ी ऐसा जिला है, जहां एक महीने में ही बारिश का आंकड़ा 103% यानी 31.46 इंच पहुंच गया है। इस जिले की सामान्य बारिश साढ़े 30 इंच है। इंदौर और उज्जैन संभाग के जिले पिछड़े हुए हैं। 5 बड़े शहरों में भोपाल में 14.5 इंच, इंदौर में 7 इंच, ग्वालियर में 18.5 इंच, जबलपुर में 21.6 इंच और उज्जैन में 8 इंच पानी गिरा है। वहीं, टीकमगढ़ में 91% (33 इंच), छतरपुर में 75% (28 इंच), शिवपुरी में 82% (25.3 इंच) और मंडला में 75% (35 इंच) बारिश हो चुकी है।
औसत से 86 प्रतिशत ज्यादा बारिश दर्ज
मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से के जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग में बारिश की स्थिति बेहतर है। इन संभागों के जिलों में औसत से 86 प्रतिशत पानी ज्यादा गिर चुका है। दूसरी ओर, पश्चिमी हिस्से जैसे- भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल और नर्मदापुरम में औसत से 57 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो चुकी है। इनमें इंदौर और उज्जैन संभाग की स्थिति ठीक नहीं है। कुल 15 जिलों में से 10 ऐसे हैं, जहां बारिश का आंकड़ा 10 इंच तक भी नहीं पहुंचा है।
अगले 4 दिन तक तेज बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के वैज्ञानिक अरुण शर्मा ने बताया कि अभी एक मानसून ट्रफ प्रदेश के ऊपरी हिस्से से गुजर रही है। इसके चलते बुधवार से अति भारी और भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। प्रदेश के नजदीक लो प्रेशर एरिया (कम दबाव का क्षेत्र) एक्टिव होने से फिर से तेज बारिश का दौर शुरू होगा। अगले 4 दिन तक तेज बारिश का अलर्ट है।