दुल्हन के साथ ले रहा था फेरे, तभी मंडप में पहुंच गई गर्लफ्रेंड, दूल्हे से पूछा- मुझे नहीं भेजा इनविटेशन

दुल्हन के साथ ले रहा था फेरे, तभी मंडप में पहुंच गई गर्लफ्रेंड, दूल्हे से पूछा- मुझे नहीं भेजा इनविटेशन

त्तर प्रदेश के कौशांबी जिले के कोखराज थाना क्षेत्र के एक गांव में एक शादी में उस वक्त हंगामा हो गया. जब दूल्हे की प्रेमिका मंडप में आ गई और शादी रुकवा दी. दूल्हे की पूर्व प्रेमिका ने कहा कि शादी मुझसे की है तो निभाओ. हंगामे करते हुए दूल्हे को धमकी देने लगी.दुल्हन पक्ष की ओर से इस संबंध में पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई गई है.

जानकारी के अनुसार, कोखराज थाना क्षेत्र के एक गांव के एक व्यक्ति ने अपनी बेटी की शादी चायल तहसील के रसूलपुर नेवादा निवासी नरेश पुत्र रामलाल के साथ तय की थी. 25 अप्रैल को तिलक कार्यक्रम पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ संपन्न हुआ, जिसमें रामबदन ने एक बाइक, 51,000 रुपए नगद, वस्त्र, फल-फूल एवं अन्य उपहार दिए थे.

29 अप्रैल को नरेश बारात लेकर लड़की के गांव पहुंचा. स्वागत, द्वारचार और भोजन आदि सभी रस्में शांति से सम्पन्न हुईं. लेकिन जब विवाह की मुख्य रस्में शुरू होने ही वाली थी, तभी रात करीब तीन बजे नरेश की पूर्व प्रेमिका विवाह स्थल पर पहुंच गई और दूल्हे पर दावा ठोकते हुए शादी रुकवाने की कोशिश करने लगी.

पूर्व प्रेमिका ने दूल्हे को दी धमकी

उसने मंच पर ही नरेश को ललकारते हुए कहा कि शादी मेरे साथ की है तो निभाओ, वरना अंजाम बुरा होगा. इस बीच हंगामा इतना बढ़ गया कि शादी की सभी रस्में रोकनी पड़ीं. मामला कोखराज थाना के पुलिस चौकी टेढ़ीमोड़ तक पहुंचा, जहां दोनों पक्षों को बैठाया गया.

पीड़ित का आरोप है कि चौकी प्रभारी मनीष पाल, दूल्हा पक्ष से मिलीभगत कर उनके परिवार को ही समझौता करने का दबाव बना रहे हैं और मुकदमे में फंसाने की धमकी दे रहे हैं. पीड़ित का कहना है कि इस पूरे आयोजन में उनके लगभग पांच लाख रुपए खर्च हो चुके हैं और बेटी की सामाजिक प्रतिष्ठा को गहरा आघात लगा है.

दुल्हन के पिता ने लगाया आरोप

पीड़ित पिता ने पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव से मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच कराते हुए दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की जाए. उन्हें हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई दिलाई जाए. इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है. जांच के बाद जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी और मामले का निस्तारण कराया जाएगा. फिलहाल पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देने के बाद वापस अपने घर चला गया.


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