मध्य प्रदेश के दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बागेश्वर धाम में कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर का डिजिटल शिलान्यास किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री काफी समय से देश में एकता के मंत्र को लेकर लोगों को जागरूक करते रहे हैं.
पीएम मोदी ने यहां बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की मां से मुलाकात भी की. धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि पीएम मोदी और उनकी मां में क्या बातचीत हुई.
मंच से पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कही अपनी शादी की बात
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा, “पीएम मोदी जब मेरी माता जी से मिल रहे थे तो कह रहे थे कि माता जी हम आपकी पर्ची खोल रहे हैं. वे माता जी से बोले अब तुम्हारे मन में चल रहा है कि धीरेंद्र शास्त्री की शादी हो जाए. हमारी बारात में आप भले ही न आएं…हमने जब माता जी के प्रति पीएम का भाव देखा… वे माता जी के लिए शॉल लाए. माननीय प्रधानमंत्री के माता जी के नाम से इस अस्पताल में एक वॉर्ड बनाया जाएगा. आप ऐसे ही सत्ता में रहें ताकि भारत ऐसे ही विकास करता रहे.” धीरेंद्र शास्त्री की बात सुनकर पीएम मोदी मुस्कुराने लगे.
इस बार बालाजी का बुलावा आया- पीएम
पीएम मोदी ने कहा, “बहुत ही कम दिनों में मुझे दूसरी बार, वीरों की इस धरती बुंदेलखंड आने का सौभाग्य मिला है और इस बार तो बालाजी का बुलावा आया है. ये संस्थान 10 एकड़ में बनेगा. पहले चरण में ही इसमें 100 बेड की सुविधा तैयार होगी. मैं इस पुनीत कार्य के लिए धीरेन्द्र शास्त्री का अभिनंदन करता हूं और बुंदेलखंड के लोगों को बहुत बहुत बधाई देता हूं. उन्होंने समाज और मानवता के हित में एक और संकल्प लिया है. इस कैंसर संस्थान के निर्माण की ठानी है. यानि, अब यहां बागेश्वर धाम में भजन, भोजन और निरोगी जीवन तीनों का आशीर्वाद मिलेगा.”
पीएम मोदी ने कहा, “मैं पिछली बार जब छतरपुर आया था तो यहां मैंने हजारों करोड़ रुपये की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया था. आपको ध्यान होगा कि इसमें 45 हजार करोड़ रुपये की केन-बेतवा लिंक परियोजना भी थी. ये परियोजना कितने दशकों से लटकी हुई थी. कितनी सरकारें आईं और चली गईं. हर पार्टी के नेता भी बुंदेलखंड आते थे, लेकिन यहां पानी की किल्लत बढ़ती ही चली गई. पिछली किसी सरकार ने अपना वादा पूरा नहीं किया, ये काम भी तब शुरू हुआ, जब आपने मोदी को आशीर्वाद दिया.”