उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में आयोजित किसान महापंचायत उस समय अफरातफरी में बदल गई जब भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की तबीयत अचानक बिगड़ गई। तेज गर्मी और लगातार व्यस्तताओं के चलते उनका ब्लड प्रेशर बढ़ गया, जिसके बाद उन्हें मंच से उतरकर तुरंत मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया। महापंचायत का आयोजन टिकैत की पगड़ी उछाले जाने की घटना के विरोध में किया गया था, जहां हजारों किसान जुटे थे।
विवादित बयान के बाद बढ़ा विरोध
दरअसल, शुक्रवार को मुजफ्फरनगर में हिंदूवादी संगठनों द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ जन आक्रोश रैली का आयोजन किया गया था। इसी दौरान जैसे ही किसान नेता राकेश टिकैत वहां पहुंचे, भीड़ का गुस्सा भड़क उठा। बताया जा रहा है कि सिंधु जल समझौते को रद्द किए जाने के खिलाफ दिए गए टिकैत के बयान को लेकर लोगों में रोष था। इसी विरोध के चलते मौके पर तनाव का माहौल बन गया। इसके जवाब में भारतीय किसान यूनियन ने शनिवार को महापंचायत बुलाई, जहां टिकैत की तबीयत भी बिगड़ गई।
भाषण के दौरान तबीयत बिगड़ी
मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत के दौरान अपने साथ हुई कथित बदसलूकी को लेकर राकेश टिकैत जब मंच से जोरदार भाषण दे रहे थे, तभी उन्हें अचानक बेचैनी महसूस हुई। कुछ ही देर में उनके चेहरे पर कमजोरी और थकान के लक्षण दिखने लगे।
स्थिति बिगड़ती देख समर्थक नेताओं और सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें तुरंत मंच से नीचे उतारा और मेडिकल जांच के लिए पास के एक निजी क्लीनिक में ले गए। फिलहाल उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है और डॉक्टरों की निगरानी में उनका इलाज चल रहा है।
डॉक्टरों ने दी आराम की सलाह
डॉक्टरों की प्रारंभिक जांच में राकेश टिकैत का ब्लड प्रेशर सामान्य से अधिक पाया गया। चिकित्सकों ने उन्हें पूरी तरह से आराम करने और कुछ समय के लिए सभी सार्वजनिक गतिविधियों से दूर रहने की सलाह दी है।
भारतीय किसान यूनियन के सूत्रों के मुताबिक, गर्मी और मानसिक तनाव के चलते उन्हें अत्यधिक थकावट महसूस हुई थी। प्राथमिक उपचार के बाद उनकी हालत अब स्थिर है और डॉक्टरों की निगरानी में उनका स्वास्थ्य बेहतर हो रहा है।
तबीयत बिगड़ने की खबर से समर्थकों में मचा हड़कंप
महापंचायत में राकेश टिकैत की तबीयत बिगड़ने की खबर से माहौल अचानक तनावपूर्ण हो गया। हजारों की संख्या में मौजूद किसान समर्थक चिंता में पड़ गए और अफरातफरी मच गई।
आयोजकों ने स्थिति को संभालते हुए मंच से ऐलान किया कि टिकैत अब डॉक्टरों की निगरानी में हैं और उनकी हालत स्थिर है। इसके बाद धीरे-धीरे माहौल शांत हुआ और समर्थकों को कुछ राहत मिली।