Chhattisgarh EOW-ACB Raid : रायपुर। आबकारी घोटाला मामले में जेल में बंद मंत्री कवासी लखमा के करीबियों पर ईओडब्ल्यू ने कार्रवाई की है। प्रदेश के 20 से अधिक स्थानों पर दबिश दी गई है। इनमें दुर्ग, भिलाई, महासमुंद, धमतरी और रायपुर के कई ठिकानों पर कार्रवाई जारी है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सबसे बड़ी कार्रवाई दुर्ग में चल रही है। बताया जा रहा है कि, दुर्ग में आम्रपाली सोसाइटी स्थित अशोक अग्रवाल के निवास, जो स्टील इंडस्ट्री से भी जुड़े हुए हैं, उनके यहां कार्रवाई चल रही है। इसके साथ ही दुर्ग जिले के दो अन्य करीबियों के निवास पर भी कार्रवाई जारी है। मौके पर एसीबी के 9 अधिकारी मौजूद हैं. बैंक खातों के डिटेल्स की जांच की जा रही है। साथ ही स्टील कारोबार से जुड़े दस्तावेज भी टीम खंगाल रही है।
गौरतलब है कि, इससे पहले बीते शनिवार को शराब घोटाले की जांच कर रही ईओडब्ल्यू ने राज्य के पांच जिलों सुकमा, जगदलपुर, दंतेवाड़ा, अंबिकापुर और रायपुर में एक साथ छापेमारी की थी। बताया जा रहा है कि जिन लोगों के यहां छापा मारा गया वे सभी पूर्व मंत्री कवासी लखमा से जुड़े हैं।
रायपुर के देवेंद्र नगर के शहीद हेमू कलाणी वार्ड स्थित जी नागेश्वर राव और जी श्रीनिवास राव के घर भी छापा पड़ा है। जी नागेश्वर कंस्ट्रक्शन का काम करते हैं। छापेमारी के दौरान टीम कई दस्तावेज और डिजिटल सबूत अपने साथ ले गई है। श्रीनिवास कांग्रेस से पार्षद प्रत्याशी थे। नागेश्वर राव कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा के करीबी हैं। सुबह दो गाड़ियों में करीब 8-10 अधिकारियों ने दबिश दी। इसके साथ ही संतोषी नगर स्थित कमलेश नहाटा के घर पर भी छापा पड़ा।
वहीं दंतेवाड़ा में कांग्रेस नेता राजकुमार तामो के घर भी ईओडब्ल्यू की टीम ने दबिश दी है। राजकुमार तामो को कवासी लखमा का करीबी माना जाता है। सुकमा जिले में चार स्थानों पर छापेमारी हुई है। इसमें जिला मुख्यालय के तीन और तोंगपाल के एक स्थान शामिल है। इनमें हार्डवेयर और पेट्रोल पंप कारोबारी भी शामिल हैं। ये सभी व्यक्ति भी कवासी लखमा के नजदीकी बताए जा रहे हैं।