रीवाः मध्य प्रदेश में लगातार तेज बारिश का दौर चल रहा है। गुरुवार को भी कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। रीवा में 12 घंटे से हो रही लगातार बारिश से जन जीवन बेहाल हो गया है। जलभराव की गंभीर स्थिति के चलते कई इलाके पानी में डूब चुके हैं। वार्ड क्रमांक 9 स्थित निराला नगर का पटेल छात्रावास पूरी तरह जलमग्न हो गया है। हालात ऐसे हैं कि छात्रावास के अंदर नाव चल रही है। यहां फंसे करीब 45 से 50 छात्रों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए SDERF की टीम मौके पर पहुंच चुकी है और लगातार राहत कार्य में जुटी है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सरदार पटेल वल्लभ भाई पटेल हॉस्टल बनने के बाद नाले पर अतिक्रमण किया गया, जिससे जलभराव की स्थिति निर्मित हुई। इसी तरह शहर के अलग अलग इलाकों में जलभराव हो गया है। जहां लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। नदी नाले फिर से उफान पर हैं। 12 घंटे बाद भी बारिश नहीं रूकने से प्रशासन को बाढ़ की चिंता फिर सताने लगी है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे निचले इलाकों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
नदियों से पानी आने से कई डैम ओवरफ्लो
मध्यप्रदेश में पिछले एक महीने से जारी तेज बारिश की वजह से बांधों में पानी बढ़ गया है। जोहिला, बरगी, बाणसागर, सतपुड़ा समेत कई डैम तो ओवरफ्लो भी हो रहे हैं। इनमें जुलाई में जितना पानी आना चाहिए, उससे कई गुना ज्यादा आ गया। इस वजह से गेट खोलने पड़े हैं। बरना, गांधीसागर, गोपीकृष्ण, इंद्रा सागर, केरवा, कलियासोत, कोलार, कुंडालिया, कुशलपुरा, मोहनपुरा, ओंकारेश्वर, राजघाट, बरगी, संजय सागर, तवा, टिल्लर, तिघरा, पेंच, सतपुड़ा समेत कुल 54 डैमों में पानी बढ़ा है। भोपाल के बड़ा तालाब में भी अच्छे-खासी पानी की आमद हो गई है। साढ़े 6 फीट पानी आते ही तालाब ओवरफ्लो हो जाएगा और फिर भदभदा डैम के गेट खोलने पड़ेंगे।