बिलासपुर के रतनपुर में डायरिया का कहर, रोज मिल रहे 12 से 15 मरीज, अस्पताल में नहीं बची मरीजों के लिए जगह

बिलासपुर के रतनपुर में डायरिया का कहर, रोज मिल रहे 12 से 15 मरीज, अस्पताल में नहीं बची मरीजों के लिए जगह

बिलासपुर जिले के रतनपुर में गंदा पानी पाने के कारण डायरिया फैल गया है। यहां रोजाना 12 से 15 नए मरीज मिल रहे हैं। वहीं, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र 37 बेड फुल हो गया है। ऐसे में स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल है और मरीज अपने घर में ही इलाज कराने के लिए मजबूर हैं।

रतनपुर में नगर पालिका की लापरवाही के चलते गंदा पानी लोगों के घरों तक पहुंच रहा है। जिसके चलते डायरिया फैलने लगा है। यहां लगातार डायरिया के नए मरीज मिल रहे हैं। बताया जा रहा है कि पिछले दो दिनों से उल्टी-दस्त के मरीज मिल रहे हैं, जिन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। पिछले 48 घंटे में अस्पताल के 37 बेड फुल हो गए हैं। इसके बाद भी रोजाना नए मरीज मिल रहे हैं।

नवागांव और गिरजाबंद में मिले ज्यादा मरीज
बताया जा रहा कि रतनपुर के नवागांव, कर्रा, गिरजाबंद, महामायापारा में डायरिया फैला हुआ है। बीते सोमवार को 13 और मंगलवार को 23 मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया, जिसके बाद लगातार नए मरीज मिल रहे हैं। स्थिति यह है कि अस्पताल में अब मरीजों को भर्ती करने के लिए जगह नहीं है। बावजूद इसके प्रभावित इलाकों में स्वास्थ्य विभाग की ओर से अभी तक कैंप नहीं लगाया गया है। जिसके कारण पीड़ित मरीज घर पर ही इलाज कराने के लिए मजबूर हैं।

एक डॉक्टर के भरोसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
यहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में केवल एक डॉक्टर और सीमित स्टाफ है, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही है। वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को विशेष सावधानी बरतने की अपील की है। उन्हें बताया गया है कि दूषित पानी डायरिया का मुख्य कारण है। लिहाजा, पानी को उबाल कर पीने की सलाह दी जा रही है। साथ ही लोगों को साफ-सफाई रखने कहा जा रहा है।

ऐसे बचें डायरिया से

  • बाहर के भोजन का सेवन न करें।
  • साफ व स्वच्छ पानी का उपयोग करें।
  • हो सके, तो पानी को उबालकर पीएं।
  • उल्टी, दस्त की समस्या हो तो तत्काल डाक्टर से परामर्श लें।
  • गंदगी वाले जगहों से बचें और साफ सफाई पर ध्यान दें। मौसमी बीमारी की चपेट में आए लोग।

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