Demand for Bharat Ratna: भोजपुरी भाषी लोग बिहार में जन्मे महान लोक कलाकार भिखारी ठाकुर को भारत रत्न देने की जोरदार मांग उठा रहे हैं। प्रेम से ठाकुर को ‘भोजपुरी के शेक्सपियर’ नाम से पुकारने वाले उनके इन समर्थकों का मानना है कि वह अंग्रेजी के महान कवि और नाटककार के बराबर हैं। अभिनेता से नेता बने भारतीय जनता पार्टी (BJP) सांसद मनोज तिवारी और रवि किशन सहित कई हस्तियों ने भिखारी ठाकुर को भारत रत्न देने के लिए केंद्र सरकार से लिखित अनुरोध किया है।
बिहार के प्रसिद्ध नाटककार थे भिखारी ठाकुर
भिखारी ठाकुर (1887–1971) बिहार के प्रसिद्ध नाटककार, अभिनेता, लोकगायक और समाज सुधारक थे। उन्हें भोजपुरी भाषा के सबसे महान लेखकों में से एक माना जाता है। बिहार के सारण जिले के कुतुबपुर (दियारा) गांव में जन्में ठाकुर नाई समुदाय से आते थे।
महान लोक कलाकारों में से एक थे भिखारी ठाकुर- मनोज तिवारी
Demand for Bharat Ratna: अभिनेता, गायक एवं नेता मनोज तिवारी ने कहा, ‘महान भिखारी ठाकुर एक नाटककार, गीतकार, अभिनेता, लोक नर्तक, लोक गायक, लोक नाट्य निर्देशक और समाज सुधारक थे। वह भारत के सबसे महान लोक कलाकारों में से एक थे। अपने समय से बहुत आगे की सोच रखने वाले ठाकुर ने अपना खुद का थिएटर समूह बनाया और प्रतिष्ठित एवं दुनियाभर में प्रख्यात ‘बिदेसिया’ सहित कई नाटक लिखे।’
मरणोपरांत भारत रत्न देने की मांग– (Demand for Bharat Ratna)
मनोज तिवारी ने हाल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर ठाकुर को भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न (मरणोपरांत) देने की मांग की है। कैमूर जिले के अतरवलिया गांव के निवासी तिवारी ने कहा, ‘ठाकुर ने एक योद्धा की तरह जीवन जीते हुए पुरानी सामाजिक व्यवस्था के खिलाफ संघर्ष किया। उन्होंने लोककला को अपनाया और समाजिक समस्याओं का आम लोगों की भाषा और बोली (भोजपुरी) में उठाया।’ उन्होंने कहा कि ‘गंगा-स्नान’, ‘बिदेसिया’, ‘गबरघिचोर’, ‘बेटी-बेचवा’, ‘भाई-विरोध’ और ‘नई-बहार’ जैसे उनके नाटक आज भी प्रासंगिक हैं और ये सभी समाज को एक संदेश देते हैं।
रवि किशन ने भी की ये मांग
कई भोजपुरी हिट फिल्मों में मुख्य भूमिकाएं निभाने वाले उत्तर प्रदेश से भाजपा सांसद रवि किशन ने भी इसी तरह के विचार प्रकट करते हुए कहा, ‘मैं भी मांग करता हूं कि भिखारी ठाकुर को भारत रत्न दिया जाए। वह एक महान लोक कलाकार थे। उन्होंने अपनी रचनाओं को भोजपुरी बोली में इस तरह प्रस्तुत किया कि वह सीधे आम जनता के दिल को छू जाए।’