दिल्ली में बीजेपी 27 सालों के बाद सत्ता में वापसी की है। साथ ही पिछले 11 साल से दिल्ली की सत्त्ता में रही आम आदमी पार्टी को शिकस्त देते हुए महज 22 सीटों पर समेट दी है। बीजेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व के साथ-साथ प्रदेश नेतृत्व ने नए सरकार के गठन को लेकर मंथन शुरू कर दिया है। इसी बीच दिल्ली चुनाव में जीत का ‘X’ फैक्टर रहा ‘शीशमहल’ को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। इस खबर के बाद फिर एक बार ‘शीशमहल’ को लेकर चर्चा तेज हो गई है।
बीजेपी अभी तक सीएम के नाम पर मंथन कर ही रही है इसी बीच खबर सामने आई है कि बीजेपी की ओर से चुने गए सीएम दिल्ली के मुख्यमंत्री के लिए आवंटिट आवास जिसे बीजेपी ‘शीशमहल’ कहती है उस में नहीं रहेंगे। सीएम किसी अन्य आवास में रहेंगे। दरअसल, बीजेपी इस आवास के निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप लगा रही है। इस पूरे चुनाव के दौरान बीजेपी ने इसको लेकर बड़े स्तर पर कैंपेन भी चलाया था।
बीजेपी के सीएम के शीशमहल में रहने के सवाल पर बीजेपी नेता और प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि, बीजेपी का सीएम शीशमहल में नहीं रहेगा। वहीं सीएम के दावेदार माने जा रहे और नई दिल्ली सीट पर अरविंद केजरीवाल को हराने वाले प्रवेश वर्मा ने भी कहा कि, बीजेपी से जो भी सीएम होगा उसे शीशमहल में नहीं रहना चाहिए ।