Chhattisgarh Cyber Fraud: छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में साइबर ठगी के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने 2 करोड़ रुपये से अधिक की ऑनलाइन ठगी में शामिल एक आरोपी नामदेव साहू को गिरफ्तार किया है। आरोपी न सिर्फ अपने नाम से, बल्कि अन्य फर्जी नामों से भी बैंक खाते खोलकर साइबर ठगों को किराए पर देता था, जिसके बदले उसे 10 प्रतिशत का कमीशन मिलता था।
पुलिस की जांच में सामने आया है कि नामदेव ICICI बैंक में एक करेंट अकाउंट चला रहा था, जिसमें अभी भी 70 लाख रुपये से अधिक की राशि जमा है। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उस खाते को तुरंत होल्ड करा दिया, ताकि आरोपी या उसके साथी उस रकम को निकाल न सकें।
Bhoramdeo Krishi Kendra का संचालक बन बैठा साइबर ठग
नामदेव साहू कवर्धा जिले के हाथीडोम गांव का निवासी है और Bhoramdeo Krishi Kendra नामक संस्था का संचालन करता है। यहीं से उसने साइबर अपराधियों के लिए ‘म्यूल अकाउंट’ ऑपरेट करना शुरू किया। पुलिस की जांच में ICICI बैंक के उस खाते में 2.5 करोड़ रुपये से अधिक के संदिग्ध ट्रांजैक्शन का खुलासा हुआ है।
पुलिस के अनुसार, नामदेव के खिलाफ इससे पहले लोहरा थाना में करीब 1.90 करोड़ रुपये के गबन और धोखाधड़ी का मामला दर्ज है। साथ ही चेक बाउंस जैसे आर्थिक अपराधों में भी वह आरोपी है। यही नहीं, बैंगलोर में भी उसके खिलाफ इसी खाते से संबंधित केस दर्ज है। जांच में यह भी सामने आया है कि उसने साइबर ठगों के साथ-साथ खुद भी ठगी की रकम हड़पने की कोशिश की और खुद ही बैंक में आवेदन देकर अपना खाता होल्ड कराया।
देशभर में फैला गिरोह, मास्टरमाइंड सत्या दुबे अब भी फरार
इस मामले में पुलिस को साइबर ठगी के असली मास्टरमाइंड सत्या दुबे की तलाश है, जो लोहारा थाना क्षेत्र के कुरुआ गांव का निवासी है। सत्या फिलहाल फरार है और पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है। बताया जा रहा है कि गिरोह ने देशभर के 16 राज्यों में 56 से ज्यादा साइबर ठगी के मामलों को अंजाम दिया है। सत्या और उसके साथी फर्जी वेबसाइट्स और फिशिंग लिंक के जरिए लोगों को झांसा देकर उनसे बड़ी रकम ठग लेते थे।
एक और आरोपी मोहन जायसवाल भी गिरफ्तार
इससे पहले सुरजपुरा के पोड़ी चौकी निवासी मोहन जायसवाल को भी साइबर ठगों को बैंक खाते उपलब्ध कराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। मोहन ने खुद के नाम पर 16 बैंक खाते और अपने माता-पिता के नाम पर 2 खाते खुलवाकर ठगों को किराए पर दिए थे। खातों में आई रकम का 10% काटकर वह बाकी पैसे ठगों तक पहुंचा देता था। उसके खिलाफ देश के 8 राज्यों में ठगी के केस दर्ज हैं।
अनजान लिंक और कॉल से रहें सतर्क
इस पूरे मामले पर पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र छवाई ने कहा, “साइबर अपराध के खिलाफ यह कार्रवाई हमारी गंभीरता को दर्शाती है। हम गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटे हैं। आम नागरिकों से अपील है कि वे अनजान लिंक, कॉल या मैसेज से बचें और किसी के साथ भी अपनी पर्सनल जानकारी साझा न करें।”