Cyber Fraud News: रायपुर / जैसे-जैसे नवरात्र से लेकर दीपावली तक का त्योहारों का मौसम शुरू होता है, बाजारों की रौनक बढ़ जाती है और खरीदारी का दौर तेज हो जाता है। लेकिन इसी रौनक के बीच साइबर ठग भी सक्रिय हो जाते हैं और लोगों को झांसे में लेने के लिए नए-नए हथकंडे अपनाते हैं। जांच एजेंसियों के मुताबिक इस बार ठगों ने असली शॉपिंग साइट्स की हूबहू नकल कर नकली वेबसाइट्स और मोबाइल ऐप तैयार कर लिए हैं। ग्राहक इन पर भरोसा करके ऑर्डर करते हैं, लेकिन न तो सामान पहुंचता है और न ही पैसे वापस मिलते हैं।
त्योहारी सीजन साइबर ठगो के लिए होता है प्लस पॉइंट
Cyber Fraud News: त्योहारों में ऑनलाइन शॉपिंग और डिजिटल पेमेंट का चलन तेजी से बढ़ता है, और साइबर अपराधी इसी का फायदा उठाते हैं। वे एसएमएस, ई-मेल और व्हाट्सऐप मैसेज के जरिए ‘70% डिस्काउंट’, ‘मुफ्त गिफ्ट’ और ‘लकी ड्रा’ जैसे झूठे ऑफर भेजते हैं। जैसे ही लोग इन पर क्लिक करते हैं, उनकी बैंकिंग डिटेल ठगों के हाथ लग जाती है। इसके बाद रिफंड, कैशबैक या इनाम के बहाने ओटीपी और कार्ड डिटेल मांगी जाती है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी ब्रांडेड सामान बेहद कम कीमत में दिखाकर एड डाले जाते हैं। लोग जैसे ही पेमेंट करते हैं, वैबसाइट या पेज गायब हो जाता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि त्योहारी सीजन में साइबर ठगी के मामले सबसे अधिक होते हैं क्योंकि लोग ऑफर्स और छूट के लालच में जल्दी फंस जाते हैं। ऐसी स्थिति में सावधानी ही सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है। किसी भी अंजान लिंक पर क्लिक न करें, अज्ञात कॉल्स और मैसेज से दूर रहें और कभी भी अपनी बैंक डिटेल या ओटीपी साझा न करें।
साइबर ठगी से बचने के कुछ उपाय
Cyber Fraud News: बचाव के उपायों में सबसे जरूरी हैं केवल आधिकारिक वेबसाइट्स और ऐप्स का इस्तेमाल करना, अज्ञात लिंक या संदिग्ध मैसेज पर क्लिक न करना, सोशल मीडिया पर दिखने वाले विज्ञापनों की पुष्टि कंपनी की ऑफिशियल साइट से करना और किसी भी डिजिटल लेनदेन को पूरी तरह से सत्यापित करने के बाद ही पूरा करना।
याद रखें लालच ही ठगी की पहली सीढ़ी है। थोड़ी सी सतर्कता और समझदारी आपको बड़ी साइबर ठगी से बचा सकती है। त्योहारों की खुशी तभी सार्थक होगी जब आप और आपका धन दोनों सुरक्षित रहें।